आपरेशन सिंदूर के बाद : युद्ध और विपरीत परिस्थितियों से बचने का वाराणसी में हुआ मॉक ड्रिल
जिला एवं पुलिस प्रशासन के आला अफसरों की मौजूदगी में लोगों को किया गया जागरूक
शहर और गांवों के विभिन्न स्थानों पर भी होगा मॉक ड्रिल
पहलगाम आतंकी हमले, आपरेशन सिंदूर के बाद बरती जा रही सतर्कता
वाराणसी, भदैनी मिरर। पहलगाम आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत के बाद जवाबी कार्यवाही के बाद देश में विशेष सतर्कता बरती जाने लगी है। इसके तहत वाराणसी स्थित पुलिस लाईन में बुधवार जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की मौजूदगी में आपदा, युद्ध की स्थिति और विपरीत परिस्थितियों का सामना कैसे किया जाय, इसका पूर्वाभ्यास (मॉक ड्रिल) किया गया। यह मॉक ड्रिल जिले के सभी स्कूल, कालेजों, ग्राम पंचायतों के अलावा सभी सार्वजनिक स्थानों पर किये जाएंगे।
आपको बता दे कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई की आशंका को देखते हुए सभी जिलों में मॉड ड्रिल कराने की तैयारियां शुरू हो गई थी। तभी इधर मंगलवार की देर रात में भारत ने जवाबी हमला ‘आपरेशन सिंदूर‘ को अंजाम दे दिया। बुधवार को पुलिस लाईन में एनडीआरएफ, पीएसी, सिविल डिफेंस के लोगों ने संयुक्त रूप से आपदा से निपटने की तैयारियों का पूर्वाभ्यास किया। आग से बचाव, घरों में गैस सिलेंडर में लगी आग को खुद से कैसे बुझायें, घायलों की इलाज और उन्हें राहत पहुंचाने के अलावा सुरक्षात्मक उपायों की जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों, स्कूल, कालेजों, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, बाबतपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट समेत विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल चलाया जा रहा है। ताकि लोग आपदा की स्थिति में अपने को तैयार रख सकें। मॉक ड्रिल के जरिए यह भी बताया गया कि आपात स्थिति में लोगों को एलर्ट करने के लिए सायरन कैसे बजाए और सायरन के क्या मतलब हैं।