वाराणसी कचहरी में अधिवक्ताओं की हड़ताल, एडीसीपी समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ पड़ी याचिका
पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर आईपीएस नीतू को करवा रहे हैं ट्रेंड
Sep 20, 2025, 11:05 IST
अधिवक्ताओं ने सोशल मीडिया पर खोल रखा है मोर्चा
वाराणसी, भदैनी मिरर। अधिवक्ता-पुलिस के बीच गतिरोध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों समाज सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक मोर्चा खोल रखे है। कचहरी परिसर में आईपीएस नीतू सहित अन्य पुलिसकर्मियों और अधिवक्ताओं के बीच हुई बहस का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसके बाद शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एडीसीपी समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ याचिका डाल दी। एडीसीपी के ट्रांसफर की मांग को लेकर आज शनिवार (20 सितंबर) को हड़ताल की घोषणा कर दी है।
क्या है याचिका में?
अधिवक्ता राघवेंद्र नारायण दुबे ने बीएनएसएस की धारा 173 (4) के तहत कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया है। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि 16 सितम्बर 2025 को शाम 3 बजे कुछ अधिवक्ताओं ने उन्हें सूचना दी कि थाना प्रभारी कैंट, पुलिस चौकी प्रभारी कचहरी गेट नंबर दो के अंदर आकर वरिष्ठ अधिवक्ताओं को गालियां देते हुए लाठी डंडे से मारपीट रहे है। इसकी सूचना जिला जज को देने के बाद मौके पर पहुंचा तो देखा, कि गेट पर एडीसीपी नीतू कात्यान व कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र गेट का ताला बंद कर दिए। पुलिस कमिश्नर का 40 मिनट के बाद गेट खोला गया। इस दौरान चौकी प्रभारी व थाना प्रभारी मिलकर वकीलों पर ईट पत्थर चला रहे थे साथ ही अधिवक्ताओं व न्यायिक अधिकारियों को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे। उसी समय नितिन तनेजा, एसीपी क्राइम विदुष सक्सेना, एडीसीपी नीतू कात्यान सहित 50 अज्ञात दरोगा और 50 अज्ञात सिपाही मिलकर अधिवक्ताओं व न्यायिक अधिकारियों को गालियां दे रहे थे। इस मामले की लिखित सूचना अगले दिन 17 सितंबर को पुलिस कमिश्नर को दी गई, जब वहा से कोई कार्यवाही नहीं हुई तो अधिवक्ता ने न्यायालय की शरण ली।
बनारस बार ने की हड़ताल की घोषणा
वाराणसी कचहरी में शनिवार को वकील न्यायिक कार्य से विरत है। बनारस बार एसोसिएशन ने यह बड़ा फैसला लिया है। बनारस बार सभागार में शुक्रवार को पांच घंटे तक चली मैराथन और हंगामेदार बैठक के बाद सेंट्रल व बनारस बार ने शनिवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया। बार ने वकीलों पर दर्ज मुकदमे को तत्काल रद्द करने की मांग की है।
बैठक की अध्यक्षता बनारस बार अध्यक्ष सतीश तिवारी ने की और संचालन महामंत्री शशांक श्रीवास्तव ने किया। बैठक में सेंट्रल बार अध्यक्ष मंगलेश दूबे समेत सैकड़ों वकील शामिल रहे।
सबसे अधिक आक्रोश महिला अधिकारी नीतू कादयान और इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा द्वारा वकीलों के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर रहा। अधिवक्ताओं ने नीतू को अन्य किसी जिले में स्थानान्तरण की मांग की है। वही, आरोप लगाया है कि पुलिस पैरोकार और कोर्ट मोहर्रिर के अदालत न भेजकर न्यायिक कार्य प्रभावित कर रही है।
सोशल मीडिया पर छाई नीतू
महिला अधिकारी के खिलाफ अधिवक्ताओं के गुस्से को देखते हुए पुलिस विभाग ने भी एकजुटता दिखाई और उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया। पुलिसकर्मियों ने #ipsNeetu, #Varanasipolice और #gloryofuppolice से ट्रेंड चलाया। फेसबुक–इंस्टाग्राम से लेकर ‘एक्स’ (ट्विटर) तक नीतू कादयान के पक्ष में पोस्ट किए गए। पोस्ट में कहा गया कि “नीतू काद्यान जैसे अधिकारी पुलिस विभाग की प्रेरणा हैं और यूपी पुलिस का गर्व हैं।”