वाराणसी में अधिवक्ताओं का हुंकार: एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
कचहरी परिसर में वकीलों ने निकाला जुलूस, डीएम पोर्टिको पर दिया धरना
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंप केंद्र और राज्य सरकार से अधिनियम लागू करने की मांग
वाराणसी, भदैनी मिरर। देशभर में अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर वर्षों से लंबित एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर शुक्रवार को वाराणसी में अधिवक्ताओं ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया। कचहरी परिसर में सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता एकजुट हुए और जुलूस निकालते हुए डीएम पोर्टिको तक पहुंचे, जहां उन्होंने धरना-प्रदर्शन किया।
इस दौरान बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य श्रीनाथ त्रिपाठी की अगुवाई में वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी और अनुज यादव के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट का ड्राफ्ट पहले ही भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
धरने को संबोधित करते हुए श्रीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि “देशभर में अधिवक्ताओं पर हमले, हत्याएं और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। वर्तमान माहौल में अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट बेहद आवश्यक है। कुछ राज्यों में यह अधिनियम लागू जरूर है, लेकिन वहां भी यह प्रभावी नहीं है। इसे पूरे देश में सशक्त रूप से लागू किया जाना चाहिए।”
इस प्रदर्शन में पूर्व सेंट्रल बार अध्यक्ष विवेक शंकर तिवारी, पूर्व उपाध्यक्ष अनुज यादव, सेंट्रल बार अध्यक्ष मंगलेश दूबे, कृपा शंकर सिंह, ब्रजेश मिश्रा, डीएन यादव, अनूप सिंह, किशन दीक्षित, विनोद शुक्ला, संदीप यादव सहित सैकड़ों वकील उपस्थित रहे।
अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि अधिनियम जल्द लागू नहीं किया गया, तो आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।