गाज़ा में भूख से मर रहे बच्चों की मदद के लिए प्रधानमंत्री को सम्बोधित सौंपा ज्ञापन, डीएम वाराणसी कार्यालय में दिया पत्र
साझा संस्कृति मंच ने गाज़ा संकट को लेकर जताई चिंता, भारत सरकार से युद्धविराम की पहल और मानवीय सहायता भेजने की की अपील
वाराणसी, भदैनी मिरर। गाज़ा में भूख और बीमारी से मरते बच्चों की मदद के लिए साझा संस्कृति मंच के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन पत्र सौंपा। ज्ञापन में प्रधानमंत्री से अपील की गई है कि भारत सरकार इस मानवीय संकट को संज्ञान में लेकर गाज़ा में फंसे बच्चों और आम नागरिकों के लिए भोजन, दवाइयाँ और चिकित्सा सहायता मुहैया कराने हेतु ठोस कदम उठाए।
ज्ञापन के दौरान मंच के सदस्यों ने पत्रकारों को बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने हाल में आशंका जताई है कि गाज़ा में 14,000 से अधिक बच्चों की जान भूख और इलाज के अभाव में जा सकती है। वहीं गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर 2023 से अब तक 44,000 से अधिक लोगों की मौत और 104,000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
प्रतिनिधियों के मुताबिक युद्ध के चलते 87% से अधिक स्कूल और 84% स्वास्थ्य सेवाएं नष्ट हो चुकी हैं। तकरीबन 50,000 गर्भवती महिलाएं पर्याप्त चिकित्सा सेवा से वंचित हैं। वहीं लोगों को प्रतिदिन औसतन 5 लीटर से भी कम पानी मिल पा रहा है।
ज्ञापन में भारत सरकार से दो प्रमुख मांगें की गई हैं:
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गाज़ा में युद्धविराम की पहल के लिए भारत को वैश्विक मंचों पर सशक्त भूमिका निभानी चाहिए।
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गाज़ा के बच्चों के लिए भोजन, चिकित्सा और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने में अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ समन्वय किया जाए।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में जागृति राही, वल्लभ पांडेय, रामजनम, डॉ. अनूप श्रमिक, धनञ्जय, रवि शेखर, इंदु, नीति, अरविंद, ऐड. राजेश यादव, ऐड. अबु हाशिम, ऐड. प्रेम प्रकाश, राजकुमार, ऐड. पूजा पटेल समेत कई अन्य शामिल रहे।