भैयादूज पर मायके नही जाने दिया तो महिला ने दस वर्षीय बेटे के साथ जहर खाकर दे दी जान
बच्चों को लेकर परिवार में हुआ था विवाद, घटना के समय रामलीला देख रहा था पति
महिला ने पहले खुद खाया जहर, फिर खाने के जहर मिलाकर बेटे को दिया
शाहजहांपुर। पति ने भैया दूज पर मायके जाने से मना कर दिया तो नाराज महिला ने दस वर्षीय बेटे प्रतीक को कीटनाशक पिलाकर खुद भी जान दे दी। यह घटना यूपी के शाहजहांपुर जिले के बंडा क्षेत्र में हुई। घटना से पहले मायके जाने को लेकर महिला का पति से विवाद हुआ था। इसके बाद उसने खुद के साथ बेटे को भी मौत की नींद सुला दिया। मामूली बात पर हुई इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर महिला के मायकेवाले और पुलिस पहुंची। पुलिस ने शवों के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि इस घटना का दूसरा पहलू यह है कि बच्चों के विवाद को लेकर मंगलवार की रात दम्पती में विवाद हुआ था। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
बताया जाता है कि बंडा के नारायनपुर गांव की आरती देवी (32) भैयादूज पर अपने मायके जाना चाहती थीं। लेकिन उसके पति पंकज अग्निहोत्री ने मना कर दिया। इसको लेकर दोनों में विवाद भी हुआ था। कुछ लोगों का कहना है कि पकंज खेतीबारी करते हैं। परिवार में बच्चों को लेकर विवाद हो गया था। पंकज ने विवाद शांत कराया और खुद रामलीला मेला देखने चले गए।
पत्नी और बेटे भी रामलीला मेला देखना चाहते थे। इससे पहले विवाद हो चुका था। और तो और पत्नी भाईदूज पर मायके जाना चाहती थी, वह भी नही जाने दिया गया। इससे गुस्सायी पत्नी खुद कीटनाशक पीने के बाद दस वर्षीय बेटे प्रतीक को खाने में कीटनाशक मिलाकर खिला दिया। इससे दोनों की हालत बिगड़ गई। उधर, पंकज रामलीला मेल देख रात दस बजे घर लौटा तो पत्नी और बेटे की हालत देख परेशान हो गया। शोर मचाने पर परिवार के लोग जुटे। परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। बुधवार सुबह अस्पताल में दोनों की मौत हो गई।