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पत्नी और दिव्यांग प्रेमी ने ही मिलकर इलेक्ट्रीशियन को उतार दिया मौत के घाट 

साजिश के तहत पत्नी ने रूपये लाने प्रेमी के पास भेजा, फिर बाबी ने तीन लोगों के साथ दिया वारदात को अंजाम

 

पहचान न हो सके इसलिए चेहरे पर कार चढ़ाने की हुई कोशिश, दो आरोपितों की तलाश

हैवतपुर गांव के बैईपुर स्थित पब्लिक स्कूल पास गोली और चाकू मारकर की गई थी हत्या

आगरा। पत्नी और दिव्यांग प्रेमी ने साजिश के तहत आगरा की जूता कंपनी के इलेक्ट्रीशियन राजकुमार (45) की हत्या कर दी और इस सनसनीखेज वारदात की साजिश में उसके दोस्तों ने मदद की। चार दिन पहले हुई इस हत्या में पुलिस ने पत्नी, प्रेमी व उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के दो और आरोपितों की पुलिस तलाश कर रही है।  

आपको बता दें कि 17 दिसंबर की सुबह लोधा के हैवतपुर गांव के बैईपुर स्थित पब्लिक स्कूल पास रहने वाले राजकुमार का शव मिला था। पोस्टमार्टम में राजकुमार की सिर में गोली लगने व चेहरे आदि पर चाकू से हमले के निशान थे। घटनास्थल पर ऐसे भी साक्ष्य मिले जिससे लग रहा था कि उसके चेहरे पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास हुआ था। ताकि उसकी पहचान न हो सके। राजकुमार आगरा की लूथरा जूता कंपनी में इलेक्ट्रिशियन था। मंगलवार की दोपहर वह घर यह कहकर निकला कि वह कहीं रुपये लेने जा रहा है। इसके बाद वह वापस नही लौटा। पुलिस की जांच में पता चला कि राजकुमार लगभग डेढ़ बजे आगरा से रोडवेज बस में सवार हुआ। इसके दो घंटे बाद वह अलीगढ़ में आगरा कट पर बस से उतरा है। इसके बाद सीसीटीवी में वह एक कार में कुछ लोगों के साथ सवार मिला। कार सूतमिल पहुंची। कुछ देर रूकने के बाद कार रात 9.30 बजे घटनास्थल की ओर गई। सर्विलांस से पता चला कि उसकी पत्नी ने दोपहर एक बजे भोर के चार बजे तक एक नम्बर पर सात बार बात की। पुलिस ने संदेह के आधार पर पत्नी ज्योति, धनीपुर के दिव्यांग बॉबी, कार मालिक दोस्त धनीपुर मंडी के ही आढ़ती संदीप सिंह को हिरासत में लिया।

पूछताछ में पता चला कि संदीप के लोधा क्षेत्र के दो रिश्तेदार युवक भी उनके साथ थे। अब इनकी तलाश हो रही है। पूछताछ में यह भी पता चला कि ज्योति का परिवार पहले धनीपुर में बॉबी के घर में किराये पर रहा था और मृतक राजकुमार भी इसी क्षेत्र में किराये पर रहकर काम करता था। इसी दौरान राजकुमार के ज्योति से प्रेम संबंध हो गए और दोनों ने शादी कर ली। इनकी 11 वर्ष की बेटी व दो वर्ष का बेटा है। चूंकि दिव्यांग बाबी आर्थिक रूप से मजबूत था तो ज्योति की उससे नजदीकियां बढ़ गईं। वह जब भी मायके आती तो उससे मिलती रही। बाबी उस पर रूपये भी खर्च करता था। दिव्यांग होने के चलते बॉबी की शादी नहीं हो रही थी। इस दौरान ज्योति व बॉबी में प्रेम संबंध हो गए। जब इसकी जानकारी राजकुमार को हुई तो वह विरोध करने लगा। उसका विरोध बढ़ता गया तो ज्योति और बॉबी ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के तहत बॉबी ने अपने दोस्त संदीप व उसके दो रिश्तेदारों को हत्या के लिए डेढ़ लाख रुपया की सुपारी दी। एक लाख रुपया एडवांस भी दिया। घटना से पहले राजकुमार को कुछ रुपयों की जरूरत थी तो ज्योति ने उसे बॉबी से रुपये लेकर आने की सलाह दी। जब राजकुमार बाबी के पास पहुंचा तो बॉबी, संदीप व उसके दो रिश्तेदारों ने उसे कार में बैठाया और घुमाने लगे। बाबी ने शराब पिया और रात में दस बजे उसकी हत्या कर दी गई।