UP: शाहजहांपुर में 15 दिन की नवजात मिट्टी में जिंदा दबाई गई, रोने की आवाज सुनकर बचाई गई जान
शाहजहांपुर जिले से रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जैतीपुर से गौहापुर जाने वाले रास्ते पर बहगुल नदी के पुल के किनारे करीब 15 दिन की नवजात बच्ची मिट्टी में दबाई हुई मिली। मासूम की रोने की आवाज सुनकर बकरी चराने गए एक बालक ने उसे देखा और शोर मचाया। इसके बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। बच्ची को गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
रोने की आवाज से हुआ खुलासा
गौहापुर गांव का रहने वाला डबलू रविवार सुबह बकरियां चरा रहा था। तभी उसे नदी किनारे से किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। पास जाकर देखा तो बच्ची का एक हाथ मिट्टी से बाहर था और चीटियों के काटने से उसमें खून बह रहा था। बाकी शरीर गड्ढे में दबा हुआ था। बालक ने तुरंत शोर मचाया और लोग मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने निकाला बाहर
सूचना मिलते ही जैतीपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को बाहर निकाला। मासूम पूरी तरह मिट्टी में लथपथ थी। तुरंत ही उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
सांस लेने की जगह छोड़कर दबाया गया
प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि किसी निर्दयी ने सुबह-सुबह बच्ची को एक फुट गहरे गड्ढे में दबाया था। मिट्टी डालते समय सांस लेने के लिए थोड़ी सी जगह छोड़ दी गई थी। सीएचसी प्रभारी डॉ. नितिन सिंह ने बताया कि बच्ची लगभग 10 से 15 दिन की लग रही है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस जांच में जुटी
थाना प्रभारी गौरव त्यागी ने बताया कि बच्ची को दबाने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। बहगुल नदी की ओर जाने वाले मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि दोषी तक पहुंचा जा सके।