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हराम की पीते थे दारू, होते थे बेइज्जत, जलालत बर्दाश्त नही हुई तो धुरंधर फिल्म से लिया आइडिया और उतार दिया मौत के घाट

कानपुर के नौबस्ता क्षेत्र में पूर्व पेट्रोल पम्पकर्मी राहुल की हत्या का सनसनीखेज खुलासा

 

चाचा-भतीजा को रोज हराम की दारू पिलाता था राहुल, नशे में करता रहा बेइज्जत

निराला नगर मैदान में नंगा कर बेल्ट से पीटकर किया अधमरा, फिर ईंट से सिर कूंचकर मार डाला

कानपुर। कानपुर के नौबस्ता क्षेत्र के निराला नगर में पेट्रोल पम्प के पूर्व कर्मचारी राहुल को पहले नंगा कर बेरहमी से पीटने और फिर सिर कूंचकर उसे मौत के घाट उतार देने के सनसनीखेज मामले में चौकानेवाला खुलासा हुआ है। इस मामले में गिरफ्तार हत्यारोपित कामता शर्मा और उसके भतीजे मोहित शर्मा, राहुल की ही हराम की दारू पीते थे। दोनों को हराम की दारू नही पची और उन्होंने राहुल को मौत के घाट उतार दिया। चाचा-भतीजे ने राहुल की हत्या से पहले धुरंधर फिल्म देखी और आइडिया लिया। इसके बाद रहमान डकैत की तरह सिर कूंचकर मार डाला। पुलिस ने चाचा-भतीजे को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया और अदालत ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। 

राहुल पहले पेट्रोल पम्प पर काम करता था। शराब का आदी रहा। अक्सर वह दारू खरीदकर नौबस्ता के बाबा नगर निवासी कामता शर्मा और उसके भतीजे मोहित शर्मा को दारू पिलाता था। दोनों मुफ्त की दारू के लिए उसके पीछे लगे रहते थे। दारू पीने के टाइम से पहले ही राहुल की दोनों खोजाई करने लगते थे। लेकिन मामला यह था कि चाचा और भतीजे को दारू पिलाने के बाद राहुल दोनों को बड़़ी गालियां देता और हरामखोरी के लिए बेइज्जत भी करता था। लेकिन विरोध करने पर मुफ्त की दारू मिलनी बंद हो जायेगी, इसलिए दोनों सह लेते थे। इतना सबकुछ होने के बाद दोनों दूसरे दिन दारू पीने राहुल के पास चले ही जाते रहे। यह सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। दारू पीने के बाद बेइज्जती और जलालत का दर्द इन्हें होता था लेकिन वह शांत रह जाते थे। काफी दिनों से उनके मन में बेइज्जती का बदला लेने का मन करता लेकिन मुफ्त की दारू कट जाने का डर उन्हें विरोध से रोकता रहा।

गिरफ्तार चाचा-भतीजे कामता शर्मा और उसके भतीजे मोहित शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि राहुल और इन दोनों के बीच दो दिन पहले दारू पीने के दौरान गाली-गलौज हुई थी। राहुल ही उन लोगों को शराब पिलाता था लेकिन नशे में होने के बाद गालियां देकर बेइज्ज्त करता था। नशे की लत और मुफ्त की शराब पीने के चलते वह उससे दूरी नहीं बना पा रहे थे। दो दिन पहले शराब पीने के बाद राहुल फिर गालियां देते हुए दोनों को बेइज्जत करने लगा। इस पर दोनों का मूड खराब हो गया। चाचा-भतीजे ने धुरंधर फिल्म देखी। रहमान डकैत के अंदाज में उसे मारने का फैसला कर लिया। दोनों राहुल के साथ गये और तीनों ने छककर शराब पिया।

धुरंधर फिल्म से आइडिया लेकर राहुल को निरालानगर मैदान में ले गये। वहीं पहले चाचा-भतीजे राहुल को बेल्ट से पीटने लगे। दोनों ने बताया कि राहुल ने मोटी जैकेट और अंदर कई कपड़े पहन रखे थे। इससे उसे तेज चोट नही लग रही थी और वह चीख नही रहा था। तब दोनों ने जबरन उसके कपड़े उतारे और तब बेल्ट से पीटना शुरू किया। पीटते-पीटते उसे अधमरा कर दिया। फिर वही पास में पड़ी ईंट से उसका सिर कूंच दिया, जिससे मौत हो गई। घटना की जानकारी के बाद पुलिस पहुंची। जांच के बाद आरोपित पकड़े गये। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर दोनों के खून से सने कपड़े और हत्या में प्रयुक्त ईंट बरामद कर लिया।