प्रेमी जोड़े का दुखद अंत : जिस मंदिर में रचाई शादी, वहीं पेड़ से लटकती मिली लाशें, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
सीतापुर के खुशीराम और मोहिनी ने 22 दिन पहले ही की थी शादी
ढेर सारे अरमानों के साथ महामाई मंदिर में लिये थे सात फेरे, सात जन्मों तक साथ निभाने का किया था वादा
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में प्रेमी युगल के जीवन का दुखद अंत हो गया। महज 22 दिन पहले ही खुशहाल जीवन की कामना के साथ दोनों ने लव मैरेज किया था। युवा प्रेमी युगल की छोटी से जिंदगी का एक अहम पहलू यह भी रहा कि जिस मंदिर में दोनों ने एक-दूजे को माला पहनाकर शादी की थी। उसी मंदिर के पास पेड़ की डाल से दोनों के फांसी के फंदे पर लटके शव मिले और एक ही चिता पर दोनों की लाश जलाई गई। प्रेमी जोड़े के जीवन के इस दुखद अंत को देख सबकी आखें नम हो गईं। हालांकि गांव के लोग दोनों के फांसी लगाकर खुदकुशी की बात से सहमत नही हैं। वह इसके पीछे गहरी साजिश मान रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार सोमवार को एक ही चिता पर प्रेमी युगल का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांव में मातम पसरा रहा। 22 दिन पहले ही दोनों ने लव मैरिज की थी। लेकिन, इतने कम समय में ही उनके सपनों का महल ढह गया। यह लोहर्षक मामला हरगांव थाना क्षेत्र के अनिया कला गांव का है। यहां रविवार को महामाई मंदिर के पास जंगल में पेड़ की डाल से लटकती दंपती की लाशें मिली थीं। इनकी पहचान खुशीराम (22) और मोहिनी (19) के रूप में हुई। दोनों लहरपुर कोतवाली क्षेत्र के बस्तीपुरवा गांव के रहने वाले थे। बड़े अरमानों को सजाये खुशीराम और मोहिनी ने 22 दिन पहले ही शादी की थी।
आपको बता दें कि महामाई मंदिर के पास उनकी लाशें मिली थी, 6 दिसंबर को उसी महामाई मंदिर में दोनों ने एक-दूसरे को जयमाला पहनाकर प्रेम विवाह किया और सात फेरे लिये थे। सात जन्मों तक साथ निभाना का वादा किया था। तभी से दोनों साथ रह रहे थे। लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि उसी मंदिर के पास दोनां की फांसी के फंदे पर लटकती लाश मिली। यह बात किसी के गले के नीचे नही उतर पा रही है। दोनों की लटकती लाश को खेत की ओर जा रहे किसानों ने देखा तो लोगों को जानकारी हुई।