{"vars":{"id": "125128:4947"}}

इकलौते बेटे ने माता-पिता की हत्या की और शवों को बोरे में भरकर गोमती नदी में फेंक आया

बहन से माता-पिता को खोजने की बात कहकर खुद हो गया लापता, बहन ने दर्ज कराई गुमशुदगी तो पकड़ा गया

 

जौनपुर जिले के जाफराबाद में सनसनीखेज वारदात सुनकर पुलिस वाले भी रह गये दंग 

रिटायर्ड लोको पायलट थे श्याम बहादुर, बेटे ने कोलकाता की लड़की से कर लिया था लव मैरिज, बनारस में हुई है बेटी की शादी 

जौनपुर। जौनपुर में खून के रिश्तों और वह भी माता-पिता का कत्ल एक कलियुगी बेटे ने जमीन के पैसों के लिए कर दिया। यही नही उसने माता-पिता की लाशों को बोरे में भरकर कार में रखा और गोमती नदी में फेंक आया। इसके बाद बहन से माता-पिता को खोजने की बात कहकर गायब हो गया। जब बहन ने थाने में तीनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो बेटा पकड़ा गया और इस सनसनीखेज वारदाता का खुलासा हुआ। आश्चर्य की बात कि कातिल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। इसके बावजूद उसने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।

जानकारी के अनुसार अहमदपुर गांव के श्याम बहादुर रिटायर्ड लोको पायलट थे। वह पत्नी बबीता देवी के साथ रहते थे। श्याम बहादुर के एक बेटा अम्बेश और एक बेटी वंदना हैं। अम्बेश ने 5 साल पहले कोलकाता की एक लड़की से लव मैरिज कर ली थी और वहीं रहने लगा था। जबकि वंदना की शादी बनारस में हुई है। अम्बेश दो महीने पहले ही कोलकाता से अपने घर आया था। पिता श्याम बहादुर, मां अम्बेश की लव मैरिज के खिलाफ थे। इसकी वजह से वह अपने मां-.बाप से नाराज था। 8 दिसंबर को इसी बात को लेकर अम्बेश का अपने पिता श्याम बहादुर और मां बबीता देवी से झगड़ा हो गया।

अम्बेश ने घर में रखे सिल-बट्‌टे से पिता के सिर पर वार कर दिया और बीच.बचाव करने आई मां को भी बेरहमी से मार डाला। इसके बाद उसने दोनों के शवों को बोरे में भरा और कार से ले जाकर गोमती नदीं में फेंक दिया। इधर, माता-पिता के लापता होने से बहन परेशान थी। उससे बताया कि वह उन्हें खोजने जा रहा है और फिर गायब हो गया। अम्बेश की बहन वंदना ने जब अगले दिन अपने मां.बाप से बात करने के लिए फोन किया तो उनका फोन नहीं लगा। इसके बाद उसने अपने भाई को फोन किया। अम्बेश ने अपनी बहन का फोन नहीं उठाया। इसके कई चार दिनों की तलाश के बाद वंदना ने अपने माता.पिता और भाई के लापता होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। इसके लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं।
घटना बीते आठ दिसंबर को हुई। घटना के पांच दिन बाद बेटी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में पुलिस ने अम्बेश को सोमवार की रात पकड़ा। पुलिस को उसी पर शक था।

कड़ाई से पूछताछ में उसने सारा सच उगल दिया। एएसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि वंदना देवी ने 13 दिसंबर को अपनी माता बबिता देवी और पिता श्याम बहादुर की गुमशुदगी की सूचना जफराबाद थाने में दर्ज कराई थी। वंदना ने पुलिस को बताया था कि उनके माता-पिता आठ दिसंबर से लापता हैं। उनका भाई अम्बेश कुमार भी लापता है, जो माता-पिता को ढूंढने निकला है। घटना की जानकारी होने पर पुलिस भी हैरान हो गई।आरोपी ने बताया कि आठ दिसंबर की रात आठ बजे पारिवारिक विवाद और पैसों को लेकर माता-पिता से उसकी लड़ाई हो गई थी। उस दौरान उसने अपने माता-पिता के सिर पर सिलबट्टे से मार डाला। उसकी निशानदेही पर शवों की बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है।