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सीओ है पत्नी, न साथ रहती है और न तलाक दे रही, जेल भेजने की दे रही है धमकी

आजमगढ़ जिले का मामला, महिला सीओ के पति डा. सत्यम एसपी से मिले, सुनाया दुखड़ा

 
पत्नी ने किया आरोप से इनकार, एसपी ने कहा-यह पति-पत्नी का आपस का मामला

आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में तैनात सीओ सदर आस्‍था जायसवाल पर उनके पति डॉक्‍टर सत्‍यम गुप्‍ता ने गंभीर आरोप लगाये हैं। सत्यम गुप्ता के मीडिया के सामने आने के बाद पति-पत्नी का विवाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। डाक्टर पति का कहना है कि उनकी पत्नी आजमगढ़ में सीओ सदर पद पर तैनात है। पत्नी न तो उनके साथ रहती हैं और न तलाक देने को तैयार है। जब उन्होंने बात करने की कोशिश की तो पत्नी ने कहाकि यदि कायदे से रहोगे तो साथ रहने की सोचूंगी, वर्ना जेल भेज दूंगी।

डाक्टर सत्यम राजकीय मेडिकल कॉलेज चक्रपानपुर में सहायक प्रोफेसर हैं और वह वाराणसी के लहरतारा मोहल्ले के मूल निवासी हैं। पत्नी आस्था बलिया जिले की रहनेवाली हैं। दम्पती में विवाद के दौरान डाक्टर सत्यम गुरूवार को आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक से मिले और अपना दुखड़ा रोया। सत्‍यम ने आरोप लगाया कि पत्‍नी उनके साथ नही रहती और तलाक भी नही दे रही है। उन्होंने उनसे बात करने का प्रयास किया तो कायदे से रहने की बात कहते हुए जेल भेजने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि जून 2023 में उनका विवाह बलिया की रहने वाली आस्‍था जायसवाल से हुआ। इसके बाद अप्रैल 2024 में बेटा पैदा हुआ। इसके बाद से आस्‍था उनसे अलग रहने लगीं। यही नही उसने बच्‍चे का सरनेम उनकी सहमति के बगैर बदल दिया। पहले उनके पुत्र का सरनेम गुप्ता था, जिसे बदलकर अब जायसवाल कर दिया गया। शादी के बाद पत्नी की विधिवत विदाई कभी नहीं हुई और अब वह अलग रह रही हैं। 

डॉ. सत्‍यम ने बताया कि उन्‍होंने इस साल मार्च में तलाक के लिए आवेदन किया है। बच्‍चे के जन्‍म के बाद से ही उनको उसे देखने नही दिया गया। इसी दौरान आस्था का उनके प्रति व्यवहार बदल गया। उन्होंने यह भी बताया कि आस्‍था के माता-पिता भी उनकी कोई मदद नहीं कर रहे हैं। उधर, सीओ सदर आस्‍था जायसवाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई। उन्होंने कहाकि अगर मुझे धमकी देनी होती तो मैं पहले ही पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा सकती थी। यह मामला कोर्ट में चल रहा है। ऐसे में मेरे कार्यस्‍थल पर आकर पति ने बेवजह के आरोप लगाए हैं। ऐसा लग रहा है कि यह मुझ पर दबाव बनाने का प्रयास है। मीडिया में बयानबाजी का कोई मतलब नहीं है। उधर, एसपी अनिल कुमार का कहना है कि यह सीओ और उनके पति का पर्सनल मामला है। डॉ सत्‍यम उनके आए थे। उन्‍होंने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई और न ही प्रार्थना पत्र दिया है।