बदायूं जिला जेल की दीवार फांदकर भागा दो लाख का इनामी सुमित 7 साल बाद गिरफ्तार
भाई की हत्या का बदला लेने के लिए 2015 में मुरादाबाद कचहरी में योगेन्द्र उर्फ भूरा की गोली मारकर की थी हत्या
यूपी एसटीएफ (STF) ने बरेली जिले के इज्जतनगर थाना क्षेत्र से धर दबोचा
वाराणसी, भदैनी मिरर। बदायूं जिला जेल सात वर्षों से फरार दो लाख रूपये के इनामी बदमाश सुमित कुमार को यूपी एसटीएफ (STF) ने गुरूवार को बरेली जिले के इज्जतनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इसके खिलाफ मुरादाबाद और बदायूं सिविल लाइंस थाने में धारा 147,148,149,302 और धारा 224, 225, 120बी भादवि व धारा 42 कारागार अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज थे। शातिर अपराधी सुमित कुमार मुरादाबाद जिले के हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र के नवैनी गद्दी का निवासी है। एसटीएफ ने सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर बरेली से पीलीभीत जाने वाले मार्ग पर मुरादाबाद-लखनऊ हाइवे के पुल के नीचे से उसे पकड़ा है।
STF को मुखबिर से सूचना मिली कि 12 मई 2018 को जिला जेल बदायूं की दीवार फांदकर फरार 2,00,000 का इनामी सुमित कुमार बरेली से पीलीभीत के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में है। इसके बाद टीम ने मुरादाबाद-लखनऊ हाइवे के पुल के नीचे घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुमित ने बताया कि वर्ष 2014 में उसके बड़े भाई रिंकू की हत्या योगेन्द्र उर्फ भूरा, तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख, डिलारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। रिंकू की हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2015 में उसके द्वारा कचहरी परिसर, मुरादाबाद में योगेन्द्र उर्फ भूरा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
गिरफ्तारी के बाद वह मुरादाबाद जेल में रहा। कुछ दिन बाद उसका स्थानान्तरण जिला कारागार, मुरादाबाद से जिला कारागार बदायूं कर दिया गया। वहां उसकी की जान-पहचान गोरखपुर के रहने वाले चंदन से हुई। चंदन ने उसे जेल से भागने का प्लान बताया व उसकी मदद की। फिर 12 मई 2018 को वह रस्सी के सहारे जिला कारागार की दीवार फांदकर भाग निकला। चंदन भी उसके साथ भागने की फिराक में था, लेकिन वह रस्सा नहीं चढ़ सका। जेल से भागने के बाद सुमित छिपता-छिपाता दिल्ली, मेरठ, तमिलनाडू, असम, नेपाल, उड़ीसा आदि स्थानों पर अपनी पहचान छुपाकर रहता रहा। पुलिस के डर से वह बार-बार अपना स्थान बदलता रहा। इसी से तंग आकर उसने लंबे समय तक देश से बाहर जाकर नेपाल में रहने का निर्णय लिया।
इसी उद्देश्य से वह लोकल ट्रेन, बसों व ट्रकों से लिफ्ट लेकर सफर करता हुआ पीलीभीत-टनकपुर के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में था। इसलिये ट्रक से बरेली से पीलीभीत जाने वाले मार्ग पर मुरादाबाद-लखनऊ हाइवे के पुल के पास उतर कर वह टनकपुर जाने वाले वाहन की तलाश में था। एसटीएफ ने उसे बदायूं सिविल लाइन थाने में दाखिल किया है। अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली अब्दुल कादिर पर्यवेक्षण में टीम उसकी तलाश में जुटी थी। उसकी गिरफ्तारी में एसआई धूम सिंह, अमित कुमार, मुख्य आरक्षी हरिओम सिंह, कुलदीप कुमार, चालक मनोज कुमार अवस्थी की टीम शामिल रही।