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 UP में तेज हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज : वाराणसी में भी तापमान में गिरावट, आज 35 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट

 

UP Weather Update : उत्तर प्रदेश के लगभग 40 जिलों में मौसम ने करवट ली है, जिससे भीषण गर्मी से परेशान लोगों को बड़ी राहत मिली है। राजधानी लखनऊ समेत कई इलाकों में बादलों की आवाजाही और हल्की फुहारों के कारण अधिकतम तापमान में लगभग 6 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि लखनऊ और उसके आस-पास के जिलों में 1 से 3 मई तक हल्की बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।

वाराणसी में भी मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला। रविवार को आई आंधी का असर अब भी बना हुआ है। जहां दो दिन पहले तापमान 44 डिग्री के पार था, वहीं अब यह करीब 7 डिग्री तक नीचे आ चुका है। सोमवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.4 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से थोड़ा अधिक है।

तेज हवाएं भी चलीं, जिनकी गति लगभग 26 किलोमीटर प्रति घंटा रही। इससे लू और चिलचिलाती धूप से लोगों को काफी राहत मिली। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5-6 दिनों तक जिले में घने बादल छा सकते हैं और कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। यलो अलर्ट जारी कर संभावित गरज और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। तापमान में 2 से 4 डिग्री तक और गिरावट आने की संभावना है।

बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि अप्रैल के बचे हुए दिनों में मौसम खुशनुमा बना रहेगा। हालांकि मई के पहले सप्ताह के बाद से तापमान में तीव्र वृद्धि होगी और पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच सकता है।

पिछले 20 वर्षों के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2019 में वाराणसी का अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था, जो अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा रहा है। इस साल अप्रैल में तापमान में निरंतरता नहीं रही — कभी यह 42 से 44 डिग्री के बीच रहा, तो कभी गिरकर 32 से 38 डिग्री तक आ गया।

लू से निपटने के लिए प्रशासन सतर्क

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर एडीएम (राजस्व) वंदिता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें स्वास्थ्य, नगर निगम, पशुपालन, अग्निशमन, शिक्षा, विद्युत, परिवहन और श्रम विभाग के अधिकारियों को लू से बचाव के लिए निर्देश जारी किए गए। कहा गया कि सभी विभाग अपनी तैयारियां पूरी रखें ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके और नागरिकों को परेशानी न हो।