अवैध धर्मांतरण मामले में झांगुर बाबा पर तगड़ा एक्शन, बलरामपुर की आलीशान कोठी पर चला बुलडोजर
एटीएस की गिरफ्त में आए झांगुर बाबा की मधपुर स्थित कोठी को प्रशासन ने अवैध निर्माण करार देकर गिराया, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का आरोप
यूपी,भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण केस में मुख्य आरोपी जलालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा पर योगी सरकार ने कड़ा ऐक्शन लिया है। मंगलवार सुबह बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र के मधपुर गांव में झांगुर बाबा की आलीशान कोठी को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। यह कोठी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी।
कोठी को झांगुर बाबा के सहयोगी नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन के नाम पर दर्ज किया गया था, लेकिन जांच में सामने आया कि इसमें झांगुर का ही निवेश था। प्रशासन ने तीन बार नोटिस जारी करने के बाद बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की।
धर्मांतरण का मुख्य केंद्र थी कोठी
बताया जा रहा है कि यह कोठी झांगुर बाबा के अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क का मुख्य केंद्र थी। यहीं से वह गैर-मुस्लिम युवतियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने के कृत्य को अंजाम देता था। जांच में सामने आया है कि नीतू, उसके पति और बेटी को भी झांगुर ने धर्म बदलवा दिया था।
बुलडोजर कार्रवाई के दौरान एसडीएम राजेन्द्र बहादुर, तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति, एएसपी विशाल पांडे, सीओ राघवेंद्र प्रताप और इंस्पेक्टर अवधेश सिंह मौके पर भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। घर में रखा सभी सामान सुरक्षित बाहर निकाला गया और सूचीबद्ध किया गया।
झांगुर का देशव्यापी नेटवर्क
एटीएस ने झांगुर बाबा को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसका नेटवर्क लखनऊ से लेकर मुंबई तक फैला हुआ था। विदेशी फंडिंग के जरिए अवैध गतिविधियों को संचालित किया जा रहा था। झांगुर द्वारा संचालित संस्थाओं से मिली धनराशि को कई जिलों में भेजा गया था, जिनमें मुरादाबाद, औरैया और आजमगढ़ शामिल हैं।
फिलहाल झांगुर, उसका बेटा महबूब, नीतू उर्फ नसरीन और नवीन रोहरा एटीएस की गिरफ्त में हैं। ईडी को वित्तीय लेन-देन की जांच सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही अवैध धर्मांतरण गिरोह से जुड़े अन्य लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है।