बरेली हिंसा की SIT जांच शुरू, डा. नफीस का मार्केट सीट, इंटरनेट सेवा बहाल
मौलाना तौकीर रजा का करीबी है नफीस, मजार की आड़ में बनवा लिया था नवेल्टी मार्केट
एसपी सिटी की अगुवाई में 3 सीओ, 14 इंस्पेक्टर जांच में जुटे
बरेली, भदैनी मिरर। ‘आई लव मोहम्मद‘ जुलूस के दौरान बरेली में भड़की हिंसा के मामले की एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। यह जांच एसपी सिटी के निर्देशन में हो रही है और इसमें 3 सीओ, 14 इंस्पेक्टर जुटे हैं। SIT एक माह में विस्तृत रिपोर्ट सोंपेगी। मुकदमों के सभी विवेचक एसआईटी में शामिल हैं और एसओजी, सर्विलांस प्रभारी भी SIT का हिस्सा हैं। इस बीच उप्रदव के बाद बंद की गई इंटरनेट सेवा पिछली देर रात बहाल कर दी गई है।
आपको बता दें कि बरेली उपद्रव मामले में दस FIR दर्ज की गई हैं। इस मामले में बवाल के मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर रजा खां, उनके करीब डॉ. नफीस समेत 31 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नवेल्टी स्थित डा. नफीस की मार्केट को सील कर दिया, जिसमें कुल 74 दुकानें हैं। इसी मार्केट के दूसरी मंजिल पर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) का कार्यालय है। नगर निगम का आरोप है कि नफीस ने अवैध ढंग से नाले पर कब्जा कर यह मार्केट बनाई थी। शनिवार शाम को ही नगर निगम की टीम ने मार्केट की पैमाइशकर ली थी और सोमवार को कार्रवाई करते हुए एक-एक कर सभी दुकानों को खाली कराकर सील कर दिया। बताया गया कि यहां 72 फीट जगह मजार में थी और उसी की आड़ में पूरा अवैध मार्केट नजूल की जमीन पर तैयार कर दिया गया। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य के मुताबिक, पहलवान साहब की मजार के पास बनी यह मार्केट नाले की जमीन पर बनी है। बताया जा रहा है कि नफीस ही संगठन की पूरी रणनीति तय करता था और आईएमसी के अधिकतर कार्यक्रमों की रूपरेखा इसी कार्यालय में तैयार होती थी। मौलाना तौकीर रजा कभी-कभार ही इस दफ्तर में आते थे, लेकिन संचालन की पूरी जिम्मेदारी नफीस पर थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। इसकी अगुवाई एसपी सिटी मानुष पारीख कर रहे हैं। बरेली बवाल मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपितों में सादिक खान (आईएमसी जिलाध्यक्ष), मुस्तकीम, जफरुद्दीन, तौहीद खान, शाकिब, रफीक, मोहम्मद इमरोज, जीशान, फैसल, उमेद, अरबाज, कलीम, नाजिम रजा, शमशेर रजा, समीर, मोहसिन, अरशद और सुब्हान सहित 31 लोग हैं।
नबी से मोहम्मब दिल में होनी चाहिए, सड़कों पर नही
उधर, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने “आई लव मोहम्मद“ पोस्टर विवाद पर बयान दिया कि नबी से मोहब्बत दिलों में होनी चाहिए, सड़कों पर नहीं। इस तरह के प्रदर्शन से नबी के नाम का अपमान होता है। उन्होंने सभी समुदायों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की और कहा कि किसी भी धर्म के त्योहारों में जुलूस या आंदोलन नहीं होना चाहिए।
इंस्पेक्टर को धमकी के बाद निशाने पर आया डा. नफीस
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएमसी प्रमुख तौकीर रजा का करीब डा. नफीस ने ‘आई लव मोहम्मद‘ पोस्टर उतरवाने पर किला थाने के एक इंस्पेक्टर को वर्दी उतरवाने और हाथ काटने की धमकी दी थी। तभी से वह पुलिस प्रशासन के निशाने पर आ गया था। उधर, सोमवार की देर रात 12.30 बजे जिले में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई।