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बदायूं में पुजारी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा: शादीशुदा युवती से अवैध संबंध ने ली जान, तीन आरोपी गिरफ्तार

परिजनों ने कई बार हिदायत दी, पंचायत भी हुई—फिर भी पीछा नहीं छोड़ा; चोरी का ड्रामा कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश, CCTV का DVR भी ले गए थे आरोपी

 

बदायूं। सर्वेश्वर साई मंदिर में दो दिन पहले हुई पुजारी मनोज कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि हत्या के पीछे शादीशुदा युवती से पुजारी के अवैध संबंध थे, जिन्हें परिवार कई बार समझा चुका था। पंचायत भी हुई, लेकिन पुजारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। इसी वजह से युवती के भाइयों और बहनोई ने मिलकर हत्या की साजिश रची और मंदिर में गला दबाकर हत्या कर दी।

चोरी दिखाने के लिए मुकुट और CCTV DVR भी ले गए

पुलिस के अनुसार, हत्यारों ने वारदात को चोरी जैसा दिखाने के लिए मंदिर से दो मुकुट और CCTV कैमरे का DVR भी खोलकर अपने साथ ले गए, ताकि किसी को हत्या पर शक न हो। लेकिन सर्विलांस और तकनीकी इनपुट की मदद से पुलिस ने सच्चाई का खुलासा कर दिया।

SSP ने बताया-अवैध संबंध ही हत्या की असली वजह

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित सर्वेश्वर साई मंदिर के पुजारी मनोज शंखधार की हत्या 16 नवंबर की रात की गई थी। पुलिस ने कलान थाना क्षेत्र के परौर के रहने वाले दो सगे भाइयों और उसावा क्षेत्र के मनसा नगला निवासी उनके बहनोई हिमांशु को गिरफ्तार किया है।

पुजारी के अवैध संबंध से परेशान था परिवार

पूछताछ में सामने आया कि पुजारी की पहचान परिवार से पहले से थी। हत्यारोपियों की बड़ी बहन की शादी पुजारी के बड़े भाई से हुई थी। बहन की मृत्यु के बाद छोटी बहन अपने बहनोई के घर रहने लगी। इसी दौरान उसके पुजारी मनोज से अवैध संबंध बन गए।

हालांकि परिवार ने छोटी बहन की शादी मनसा नगला निवासी हिमांशु से करा दी थी, पर इसके बाद भी पुजारी उससे संपर्क में बना रहा और शादी का दबाव डालता रहा। कई बार गांव में पंचायत हुई, लेकिन पुजारी मानने को तैयार नहीं हुआ।

‘पाप लीला’ खत्म कराने की ठानी, रची हत्या की साजिश

परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बहन भी पुजारी के उकसावे में थी और उसने अपने पति पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा भी दर्ज करा दिया था। हालांकि बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया, लेकिन पुजारी फिर भी पीछा नहीं छोड़ रहा था।
इससे परेशान होकर दो भाइयों और बहनोई ने मिलकर मनोज शंखधार की हत्या की योजना बनाई।

16 नवंबर की रात गला दबाकर की हत्या

योजना के अनुसार, तीनों आरोपी 16 नवंबर की रात मंदिर पहुंचे और वहां पुजारी की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में चोरी का नाटक रचकर वहां से मुकुट और DVR ले गए।

पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, आसपास के CCTV और मोबाइल लोकेशन की मदद से तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें जेल भेज दिया गया है।