राजधानी में सनसनीखेज वारदात : शादी से किया इनकार तो प्रेमी ने गला रेतकर छात्रा को उतार दिया मौत के घाट
पुलिस ने हत्यारोपित आलोक रावत को गिरफ्तार कर किया घटना का खुलासा
बीएससी की छात्रा प्रियांशी ने प्रेमी का मोबाइल नम्बर भी कर दिया था ब्लाक
मां गई थी काम पर तो बुलेट मोटरसाइकिल से पहुंचा घर, थर्मोकोल कटर से रेत दिया गला
लखनऊ, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार की दोपहर बीएससी की 19 वर्षीया छात्रा प्रियांशी रावत की हत्या के सनसनीखेज मामले के आरोपित प्रेमी आलोक रावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में आलोक ने चौकानेवाला खुलासा किया है। बताया कि प्रियांशी ने उससे शादी से इनकार कर दिया था और उसका मोबाइल नम्बर ब्लाक कर दिया था। उससे बात नही करती थी। इससे नाराज होकर उसने उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने हत्यारोपित आलोक को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार धर्मावतखेड़ा गांव निवासी पूनम रावत निजी अस्पताल में काम करती हैं। रविवार की दोपहर पूनम काम पर गई थीं। उनकी बड़ी बेटी प्रियांशी (19) और छोटी बेटी महक घर पर थीं। दोपहर साढ़े 12 बजे बीबीडी लोनापुर निवासी आलोक रावत उनके घर पहुंचा। घर के भूतल पर मौजूद महक से प्रियांशी के बारे में पूछकर पहली मंजिल पर पहुंचा। वह किचन में मौजूद प्रियांशी के पास पहुंचा। आलोक शादी से इनकार करने और अपना मोबाइल नम्बर ब्लाक करने के बाबत पूछताछ करने लगा। इस पर दोनों में विवाद होने लगा। इस बीच आरोपी ने थर्माकोल कटर निकाल कर प्रियांशी की गर्दन पर ताबड़तोड़ कई वार कर उसका गला रेत दिया। खून से लथपथ प्रियांशी गला पकड़े चीखती हुई सीढ़ियों से नीचे उतरकर बरामदे तक पहुंची और दम तोड़ दिया। तब तक आलोक खून से सना कटर लिये हुए बाहर निकला ओर अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग निकला। एसीपी मोहनलालगंज विकास कुमार पांडेय ने बताया कि प्रियांशी और आलोक में लम्बे समय से फोन पर बातचीत होती थी। इस दौरान आलोक, प्रियांशी के घर भी आने लगा था। इस बीच प्रियांशी का दाखिला शहर के कालेज में हो गया तो वह मोहनलालगंज से कॉलेज आने-जाने लगी थी।
संदेह की वजह से करता था प्रियांशी का पीछा
पुलिस की जांच और पूछताछ में पता चला कि आलोक शक करता था कि प्रियांशी किसी दूसरे युवक से बात करती है और उससे उसका चक्कर है। इस वजह से आलोक उसका पीछा भी करता था। प्रियांशी ने उसे पीछा करते देख लिया था। आलोक की यह हरकत प्रियांशी का नागवार लगी थी। उसने उसे समझाया लेकिन उसकी हरकतें बंद नही हुई। इससे नाराज होकर प्रियांशी ने आलोक का नंबर ब्लॉक कर दिया। इसके बाद वह अलग-अलग नंबरों से उसे फोन करने लगा। पूछताछ में आलोक ने बताया कि उसे शक था कि प्रियांशी किसी और से फोन पर बात करती है। वह यह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। साजिश के तहत हत्या के इरादे से आलोक प्रियांशी के घर में घुसा। उसने घर से कुछ दूरी पर अपनी बुलेट मोटरसाइकिल खड़ी कर दी थी। वह इसलिए कि यदि प्रियांशी ने उसे बुलेट की आवाज सुन ली तो दरवाजा बंद कर देती। इसके बाद वह प्रियांशी के कमरे में पहुंचा और उसे बहुत समझाने की कोशिश की और अपना फोन नंबर ब्लॉक लिस्ट से हटाने को कहा। मगर प्रियांशी नही मानी। इस पर उसे गुस्सा आ गया और उसने थर्माकोल कटर से प्रियांशी के गले पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। ग्रामीणों ने बताया कि वारदात के बाद आरोपी खून से सने कपड़े में घर से निकला था। उसके हाथ में कटर था, जिसे देखकर किसी ने उसे पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त थर्माकोल कटर और बुलेट मोटरसाइकिल बरामद कर लिया है। प्रियांशी के शव का सोमवार को डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
दो साल पहले रिश्तेदार के तिलक में हुई थी मुलाकात
मृत छात्रा प्रियांशी की मां पूनम ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले एक रिश्तेदार के तिलक में बेटी प्रियांशी की मुलाकात आलोक रावत से हुई थी। इसके बाद से ही दोनों में बातचीत होती थी। कुछ दिन बाद आलोक ने प्रियांशी से शादी का प्रस्ताव रखा तो सभी लोग तैयार हो गए। फिर आलोक का घर आना जाना शुरू हो गया। लेकिन आलोक ने कई बार शराब के नशे में प्रियांशी के साथ मारपीट की। इस पर प्रियांशी ने शादी से इनकार कर दिया। इससे आलोक नाराज था और प्रियांशी पर शादी का दबाव बना रहा था। प्रियांशी के पिता रमेश कुमार की तीन वर्ष पहले बीमारी से मौत हो गई थी। मां पूनम ने नौकरी कर बेटियों का कॉलेज में दाखिला कराया। मां अपनी बेटी प्रियांशी को अधिकारी बनाना चाहती थीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें आलोक का प्रियांशी के घर आना-जाना पसंद नहीं था। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था।