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सौरभ हत्याकांड : नीले ड्रमवाली मुस्कान का परिवार अब मेरठ छोड़ने की तैयारी में, मकान पर लगा पोस्टर ‘बिकाऊ है‘ 

तीन मार्च को मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने सौरभ की कर दी थी नृशंस हत्या

 

शव को कई टुकड़ों में काटकर ड्रम में भरकर सीमेंट भर दिया और लगा दिया था ठिकाने

मेरठ, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के मेरठ में आठ महीने पहले हुए सनसनीखेज सौरभ हत्याकांड ने लोगों को हिलाकर रख दिया था। आज भी उस वारदात की चर्चा लोगों की जुबां पर रहती है। ऐसे में अब यह खबर सामने आई है कि ब्रह्मपुरी इलाके के इंदिरानगर में रहनेवाली आरोपिता मुस्कान रस्तोगी का परिवार अब शहर छोड़ने की तैयारी कर रहा है। उनके मकान पर बुधवार को पोस्टर चिपका देखा गया कि यह मकान बिकाऊ है।  

इस मामले में मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने बताया कि अब उनका परिवार इस शहर में नहीं रहना चाहता। यहां अब सिर्फ बुरी यादें रह गई हैं। हमलोग मेरठ छोड़कर नयी जिंदगी की शुरुआत करना चाह रहे हैं। उनकी पत्नी कविता और बेटे राहुल भी पिता के इस निर्णय के साथ हैं। प्रमोद रस्तोगी का कहना है कि पिछले तीन मार्च को हुई इस घटना के बाद उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।  उनके आभूषण की दुकान पर ग्राहक ने लगभग आना बंद कर दिया है। उधार देनेवाले भी कतराने लगे हैं। मुस्कान की छोटी बहन ट्यूशन पढ़ाती थी, अब अभिभावकों ने पढ़ाई के लिए उसके यहां भी बच्चों को भेजना बंद कर दिया है। 

आपको बता दें कि ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर की मुस्कान रस्तोगी ने 3 मार्च को अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी थी। दोनों ने शव के चार टुकड़े कर उन्हें एक नीले ड्रम में डालकर सीमेंट भर दिया था। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश चले गए। बाद में हत्यारिन मुस्कान ने अपने परिजनों को अपराध की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने 19 मार्च को  मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला को गिरफ्तार किया था। तभी से साहिल और मुस्कान मेरठ जिला जेल में बंद हैं। सूत्रों बताते हैं कि मुस्कान गर्भवती है। इस मामले में मृतक सौरभ के परिवार ने बच्चे का डीएनए परीक्षण कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि डीएनए टेस्ट से प्रमाणित होगा कि बच्चा सौरभ का है तो उसे स्वीकार करेंगे। हालांकि जेल में बंद साहिल और मुस्कान से मिलनेवाले कुछ खास रिश्तेदार के अलावा कोई नही जाता। लेकिन इस घिनौनी घटना को लेकर समाज में आज भी गहरी प्रतिक्रिया है।