योगी सरकार के ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के जवाब में सपा का ‘रीजन डॉक्यूमेंट’, इन 47 मुद्दों पर घेरा, कहा- 2047 का सपना दिखाना जनता को गुमराह...
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने अभी से अपनी रणनीति तेज कर दी है। इस समय विधानमंडल का मानसून सत्र चल रहा है, जिसमें 13 और 14 अगस्त को योगी सरकार के ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चर्चा हो रही है। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए अपना ‘रीजन डॉक्यूमेंट’ पेश किया है, जिसमें बीजेपी से 47 अहम सवाल पूछे गए हैं।
सपा ने दावा किया कि यह दस्तावेज जनता के सामने सरकार से हिसाब मांगने का एक तरीका है। पार्टी का कहना है कि जब मौजूदा वादे और 2027 तक के लक्ष्य पूरे नहीं हुए हैं, तो 2047 का सपना दिखाना जनता को गुमराह करने जैसा है।
सपा ने 47 बिंदुओं में साधा निशाना
रीजन डॉक्यूमेंट में शिक्षा, स्वास्थ्य, किसानों, युवाओं, कानून-व्यवस्था, रोजगार, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण से जुड़े 47 मुद्दों पर सरकार को घेरा गया है। इनमें प्रमुख रूप से—
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बिना भेदभाव कॉलेज में दाखिला लेने वाले युवाओं को मुफ्त लैपटॉप।
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सभी निर्माण श्रमिकों को मुफ्त जीवन बीमा और उनके बच्चों को स्नातक स्तर तक मुफ्त शिक्षा।
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हर खेत को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली और किसानों को समय पर एमएसपी का भुगतान।
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हर घर में 24 घंटे बिजली और सभी गरीब परिवारों को मुफ्त कनेक्शन।
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70 लाख रोजगार और स्वरोजगार के अवसर, रिक्त सरकारी पदों की पारदर्शी भर्ती।
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मेडिकल सुविधाओं का विस्तार, 6000 डॉक्टर और 10,000 पैरा-मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति।
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गांवों में पक्की नालियां, सोलर स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप और खेल मैदान का निर्माण।
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महिलाओं को सरकारी नौकरियों में दोगुनी हिस्सेदारी और मेधावी छात्राओं को मुफ्त स्कूटी।
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अपराधियों और माफिया पर सख्त कार्रवाई जारी रखना और हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना।
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औद्योगिक कॉरिडोर, जैविक खेती को बढ़ावा और पर्यटन स्थलों का विकास।
सपा का कहना है कि इन 47 बिंदुओं के जरिए उन्होंने दिखाया है कि सरकार के विकास के दावे जमीन पर अधूरे हैं। पार्टी ने साफ कहा कि भविष्य की योजनाओं से पहले वर्तमान समस्याओं का समाधान और 2022 के वादों का पालन होना चाहिए।