मेरठ के नीले ड्रमवाली मुस्कान से भी एक हाथ आगे निकली सम्भल की रूबी, प्रेमी संग पति की हत्या के बाद ग्राइंडर से किये शव के कई टुकड़े
सिर, हाथ और पैर अलग-अलग, धड़ अलग, फिर कार और स्कूटी से ले जाकर गंगा और नाले में बहाया था
राहुल ने पत्नी को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, पति ने दोनों की कर दी थी पिटाई
गौरव ने राड से तो रूबी ने मूसल से मारकर कर दी हत्या, किराये पर लाये ग्राइंडर और रात में कर दिये कई टुकड़े
सम्भल। यूपी के मेरठ की बहुचर्चित नीले ड्रम वाली मुस्कान की तरह संभल की रूबी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को बड़ी ही निर्दयता से मौत के घाट उतार दिया। यही नहीं दोनों ने हत्या के बाद ग्राइंडर से शव के कई टुकड़े किए। अपने पति के ही शरीर को टुकड़ों में काटते समय पत्नी के हांथ भी नही कांपे। इस घिनौनी करतूत के बाद रूबी ने थाने में पति की गुमशुदगी भी दर्ज करा दी। लेकिन जब इस घटना का खुलासा हुआ तो पता चला कि रूबी तो मुस्कान से भी एक हाथ आगे निकली। पुलिस ने प्रेमी गौरव और हत्यारिन रूबी को गिरफ्तार कर आला कत्ल ,वारदात में इस्तेमाल ग्राइंडर, कार, मोटरसाइकिल, स्कूटी आदि बरामद कर दोनों को जेल भेज दिया।
संभल जिले के चंदौसी में दिल को झंकझोर देने वाली इस घटना का पुलिस ने जब खुलासा किया तो लोगों की रूह कांप गई। यही नही इस खुलासे में शामिल पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने भी दांतो तले उंगली दबा ली। इस घटना को सुनते ही लोगों के जेहन में मेरठ के सौरभ हत्याकांड का मामला गूंजने लगा। इस सनसनीखेज वारदात और नीले ड्रमवाली मुस्कान के मामले में अंतर इतना है कि उसने प्रेमी की मदद से पति के टुकड़े कर ड्रम में डालकर लाश को ठिकाने लगाया था। जबकि चंदौसी की रूबी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की और ग्राइंडर से शव के टुकड़े किये। घटना के समय मुस्कान की कोई औलाद नही थी। जबकि रूबी के दस और 12 साल के दो बच्चे है। उसने पति साथ घिनौनी हरकत की और अपने मासूम बच्चों के भविष्य के बारे में भी नही सोचा।
आपको बता दें कि 15 दिसंबर को पतरौआ रोड पर नाले में पति राहुल का शव मिला था। पुलिस की पूछताछ में पत्नी रूबी और प्रेमी गौरव ने बताया कि वह दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं। राहुल को दोनों के संबंधों को लेकर शक था। इसके बाद 18 नवंबर की रात राहुल ने घर में ही गौरव और रूबी को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इससे नाराज राहुल ने दोनों के साथ मारपीट करने लगा और रूबी को मोहल्ले में बेइज्जत कर घर से निकालने की धमकी दी। गौरव ने बताया कि रूबी ने उससे कहा कि राहुल को मार दो। इस पर गौरव ने राहुल के सिर पर लोहे की रॉड और रूबी ने मूसल से वारकर उसे मार डाला।
अगले दिन राहुल के शव को ठिकाने लगाने के लिए घंटाघर मार्केट से प्लास्टिक की पन्नी, दो बैग खरीदे थे। राहुल की लाश के टुकड़े करने लिए जीतू मिस्त्री से किराए पर ग्राइंडर लेकर आया। इसके बाद दोनों ने ग्राइंडर से राहुल की गर्दन और पैर काटे। ताकि उन्हें पन्नी और बैग में आसानी से भरा जा सके। फिर दोनों उसी दिन किराये के वाहन से कटे हुए सिर व पैर वाले बैग, राहुल के मोबाइल लेकर गये और राजघाट पुल से गंगा में फेंक दिया। दूसरे बैग में धड़ था तो उसे पतरौआ रोड पर ईदगाह के पास नाले में फेंक आये। राहुल का लोअर, गौरव व रूबी के खून से सने कपड़े चुन्नी मोहल्ले के पीछे सुनसान स्थान पर जला दिये। पुलिस ने सोमवार की सुबह कैथल गांव के मार्ग स्थित सैनिक चौराहे से दोनों को गिरफ्तार किया।
जघन्य वारदात के बाद रची थी गहरी साजिश
प्रेमी गौरव और प्रेमिका रूबी ने हत्या के बाद प्लास्टिक के बैग खरीदे और रात में ही शव के टुकड़े किये। पहले सिर को धड़ से अलग कर दिया और फिर हाथ-पैर काटे। गौरव ने लाश ठिकाने लगाने की जगह की दिन में ही रेकी कर ली थी। यह भी देखा था कि उस जगह के आसपास सीसीटीवी टीवी कैमरे तो नही लगे हैं। इसके बाद धड़ को ईदगाह के पास नाले में ठिकाने लगाया। उसने सोचा कि शरीर का पूरा हिस्सा एक ही जगह डालेगा तो पता चल सकता है। इसलिए सिर, हाथ-पैर को बैग में भरकर दोनों राजघाट पहुंचे और उसे वहां गंगा में बहा दिया। फिर अपने को निर्दोष साबित करने के प्रयास में रूबी ने 18 नवम्बर को थाने में पति राहुल की गुमशुदगी दर्ज करा दी। रूबी और गौरव को लगा कि लाश ठिकाने लगाया जा चुका है। सबूत मिटाये जा चुके हैं। यदि शव को कोई हिस्सा मिला भी तो क्या पता चलेगा। रूबी रोयेगी-धोयेगी और पुलिस को उनकी करतूत का पता नही चल पायेगा। लेकिन कानून के हाथ इतने लम्बे हैं, इसका पता उन्हें गिरफ्तारी के बाद पता चला। पुलिस ने प्रेमी गौरव और हत्यारिन रूबी को जेल भेज दिया। लेकिन रूबी के दो बच्चे हैं। दोनों अनाथ हो गये। फिलहाल बेटी अपनी मौसी के पास और बेटा मामा के पास रहेंगे।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ग्राइंडर, मृतक व आरोपितों के खून से सने कपड़ों व बैग की राख, दो मोबाइल, एक हथौड़ी, एक बैग, लोहे की रॉड, एक मोटरसाइकिल, एक्टिवा स्कूटी मैरून, कार बरामद कर लिया है। क्योंकि इनका हत्या और लाश ठिकाने में उपयोग किया गया था। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि राहुल के शव का डीएनए सुरक्षित कर लिया गया है। राहुल के बच्चों से डीएनए मैच करा कर अभियुक्तों को सख्त सजा दिलाई जाएगी। राहुल की लाश के टुकड़े 15 दिसम्बर को पतरौआ रोड नाले में मिले थे। पॉलीथिन में रखे सिर और पैर, हाथ के हिस्सों की जांच हुई। बाईं हाथ पर राहुल लिखा टैटू बना था। बस इस टैटू ने जांच को सही रास्ते पर पहुंचा दिय। चूंकि गुमशुदगी पत्नी ने दर्ज कराई थी। इसलिए पुलिस ने पत्नी रूबी से पूछताछ की। बातचीत में ही उस पर शक हो गया और सारा भेद खुल गया।