बाहुबली मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे के बाद छोटा बेटा उमर भी आया जेल से बाहर, हाईकोर्ट ने दी है जमानत
गैंग्स्टर एक्ट में जब्त संपत्ति छुड़ाने को फर्जी हस्ताक्षर का है आरोप, 23 अगस्त को गाजीपुर से कासगंज जेल किया गया था स्थानांतरित
Oct 1, 2025, 21:53 IST
जेल से बाहर निकलने पर विधायक भाई अब्बास अंसारी और भाभी रहीं साथ
यूपी, भदैनी मिरर। गैंग्स्टर एक्ट के तहत जब्त संपत्ति छुड़ाने के लिए मां के फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में जेल में बंद मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की रिहाई हो गई। मंगलवार शाम सात बजे औपचारिकताएं पूरी होने के बाद कासगंज जेल प्रशासन ने उन्हें मुक्त किया। रिहाई के बाद उमर अपने विधायक भाई अब्बास अंसारी और भाभी के साथ गाजीपुर के लिए रवाना हो गए।
दरअसल, बाहुबली विधायक रहे मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की अचल संपत्तियां गैंग्स्टर एक्ट के तहत सीज की गई थीं। इन्हीं संपत्तियों को छुड़ाने के लिए अदालत में याचिका दायर की गई थी। आरोप है कि याचिका में उमर अंसारी ने अपनी मां आफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर किए। गाजीपुर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर उन्हें 4 अगस्त को लखनऊ के दारुलशफा स्थित विधायक निवास से अरेस्ट किया था।
सुरक्षा कारणों से उमर अंसारी को 23 अगस्त को गाजीपुर जेल से कासगंज जेल शिफ्ट किया गया था। यहां उन्हें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 19 सितंबर को उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली थी। हाईकोर्ट के आदेश मंगलवार को कासगंज जेल प्रशासन को मिल गए और शाम तक उनकी रिहाई की प्रक्रिया पूरी कर ली गई।
बड़ा भाई अब्बास भी रह चुका है कासगंज जेल
उमर अंसारी से पहले उनके बड़े भाई और मऊ के विधायक अब्बास अंसारी को भी कासगंज जेल भेजा गया था। वे यहां दो साल से अधिक समय तक हाई सिक्योरिटी बैरक में रहे। बाद में 7 मार्च को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई हुई।