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माफिया रमेश सिंह काका ने अपने ही बेटे पर चलाई गोली, मारपीट कर किया घायल

बेटे की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर काका को किया गिरफ्तार

 

पुलिस ने कहा-बाप-बेटे के खिलाफ दर्ज हैं कई अपराधिक मुकदमे

मऊ। मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के कैथवली गांव निवासी कुख्यात माफिया रमेश सिंह काका ने शुक्रवार की शाम अपने इकलौते सुधीर सिंह पर गोली चला दी। हालांकि उसका निशाना चूक गया और बेटे की जान बच गई। इस मामले में बेटे की तहरीर पर पुलिस ने पिता रमेश सिंह काका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। 

बेटे सुधीर सिंह के अनुसार पारिवारिक विवाद में शाम को पिता रमेश सिंह उर्फ काका से उसकी कहासुनी हो गई। इतने में गुस्से में पिता ने पिस्टल निकाली और उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। परिजनों ने किसी तरह पिस्टल छीन लिया। इस दौरान काका ने गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी और लात घूसों से मारपीट कर घायल कर दिया। थाना प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि बेटे की तहरीर पर रमेश सिंह उर्फ काका के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पिता और पुत्र के खिलाफ जनपद के कई थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं।

चार दिन पहले रमेश सिंह काका को कोर्ट ने सुनाई थी सजा

आपको बता दें कि तीन दिन पहले मऊ की एक अदालत ने माफिया रमेश सिंह काका को वैज्ञानिकों को धमकाने के मामले में छह माह के साधारण कारावास और 10,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें तत्काल जमानत भी दे दी। काका के खिलाफ यह मामला 2009 में दर्ज किया गया था। मामला मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के कुशमौर स्थित बीज अनुसंधान केंद्र से जुड़ा है। वर्ष 2009 में अनुसंधान केंद्र के तत्कालीन डायरेक्टर सुशील सिंह ने रमेश सिंह काका के खिलाफ वैज्ञानिकों को धमकी देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस की विवेचना और अभियोजन अधिकारी हरेंद्र सिंह के तर्कों को सुनने के बाद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) केपी सिंह ने रमेश सिंह को दोषी करार दिया था।