{"vars":{"id": "125128:4947"}}

कमरे में बंद कर पीटा....दहेज प्रताड़ना से तंग आकर विवाहिता ने दी जान, शरीर पर लिखा सुसाइड नोट, पति पर लगाए गंभीर आरोप

 

बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। रठौड़ा गांव की 24 वर्षीय मनीषा ने मंगलवार रात कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि पति द्वारा तलाक का दबाव और ससुराल पक्ष की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर मनीषा ने यह कदम उठाया।

शादी के दो साल बाद ही पति ने मांगा तलाक

मनीषा की शादी 2023 में गाजियाबाद जिले के सिद्धिपुर निवासी युवक से हुई थी। शुरुआत में सब सामान्य था, लेकिन कुछ ही महीनों में दहेज को लेकर थार गाड़ी और लाखों रुपये की मांग शुरू हो गई। जब मनीषा के मायके वालों ने यह मांग पूरी नहीं की तो ससुराल में उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा।

शरीर पर ही लिखा सुसाइड नोट

खुदकुशी से पहले मनीषा ने अपनी पीड़ा को शब्दों में नहीं, अपने शरीर पर सुसाइड नोट के रूप में दर्ज किया। उसने हाथ-पैर पर लिखा कि उसकी मौत के जिम्मेदार उसके पति, सास, ससुर और दोनों देवर हैं। मनीषा ने आरोप लगाया कि पति ने उसे कमरे में बंद कर कई दिन तक भूखा रखा और बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं, ससुराल वालों ने जबरन गर्भपात भी करवा दिया।

तलाक का दबाव और पंचायत से भी नहीं मिली राहत

कुछ दिन पहले पति ने मनीषा को तलाक के कागजों पर दस्तखत करने को कहा, लेकिन जब उसने मना किया तो हालात और बिगड़ गए। दो बार गांव में पंचायत भी हुई, लेकिन समाधान नहीं निकला। मायके लौटने के बाद भी मनीषा मानसिक तनाव में थी।

कीटनाशक पीकर ली जान

कीटनाशक पी लिया। बुधवार सुबह जब परिवार वाले जागे तो मनीषा मृत अवस्था में मिली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, फोरेंसिक जांच कराई गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

पुलिस जांच में जुटी, सुसाइड नोट बना साक्ष्य

एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया जाएगा। मनीषा के शरीर पर लिखा सुसाइड नोट महत्वपूर्ण साक्ष्य है, जिसमें उसने अपनी प्रताड़ना का पूरा ब्यौरा दिया है। पुलिस ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है।

मनीषा चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी। उसके पिता तेजवीर गाजियाबाद नगर निगम में कार्यरत हैं। परिवार का कहना है कि उन्होंने बेटी की शादी में बुलेट बाइक और अन्य सामान दहेज में दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष की लालच की कोई सीमा नहीं थी।