कानपुर सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी सस्पेंड, डीएम से विवाद और वायरल ऑडियो क्लिप्स बने वजह
स्पीकर और विधायकों की सिफारिश भी न आई काम, स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता और डीएम से टकराव के चलते हटे सीएमओ, डॉ. उदयनाथ को मिली कानपुर की जिम्मेदारी
लखनऊ, भदैनी मिरर। कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. हरिदत्त नेमी को यूपी सरकार ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। उनकी जगह श्रावस्ती के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. उदयनाथ को कानपुर का नया सीएमओ नियुक्त किया गया है।
डॉ. नेमी को हटाए जाने की विधायक से लेकर विधानसभा स्पीकर तक ने सिफारिश की थी, लेकिन शासन ने इस बार किसी की नहीं सुनी और सीधे एक्शन लेते हुए उन्हें पद से हटा दिया।
क्या था विवाद?
दरअसल, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और सीएमओ के बीच कई दिनों से टकराव चल रहा था। डीएम ने शासन को पत्र लिखकर डॉ. नेमी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि सीएचसी-पीएचसी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद खराब है और डॉक्टरों के तबादलों में भी सीएमओ ने मनमानी की है।
डीएम ने सीएमओ पर प्रशासनिक लापरवाही, जवाबदेही की कमी और गलत आचरण जैसे आरोप लगाकर कार्रवाई की सिफारिश की थी।
मामले ने तब और तूल पकड़ा जब तीन ऑडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इन क्लिप्स में कथित रूप से डॉ. नेमी, डीएम के खिलाफ आपत्तिजनक बातें करते सुनाई दे रहे थे।
14 जून को नवीन सभागार में एक बैठक के दौरान डीएम ने सीएमओ से इन क्लिप्स पर सफाई मांगी। डॉ. नेमी ने इनकार करते हुए कहा कि वह आवाज उनकी नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा लेकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है।
लेकिन डीएम उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और बैठक से बाहर निकाल दिया।
डॉ. हरिदत्त नेमी ने दावा किया कि वे एक सुनियोजित साजिश के शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा, "मैं स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने में जुटा था, जिससे कुछ लोगों के हित टकरा रहे थे। वायरल ऑडियो पूरी तरह फर्जी है और मेरी आवाज का दुरुपयोग किया गया है। मैं कानूनी लड़ाई लड़ूंगा।"
अब आगे क्या?
अब शासन ने डॉ. उदयनाथ को कानपुर का नया CMO बना दिया है। सरकार ने यह संकेत दिया है कि प्रशासनिक जवाबदेही में चूक करने वालों पर अब सख्त कार्रवाई होगी, चाहे वह कितने भी रसूखदार क्यों न हों।