पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में पुजारी सहित 5 के नाम उजागर, तीन अरेस्ट, शूटरों पर इनाम घोषित
यूपी, भदैनी मिरर। सीतापुर के हेमपुर ओवरब्रिज पर बीते 8 मार्च की दोपहर 4 गोली मारकर पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या के मामले में पुजारी सहित 5 लोगों का चेहरा बेनकाब हुआ है. सीतापुर पुलिस ने तीन को अरेस्ट कर खुलासा किया है, जबकि शूटरों को वांछित घोषित कर दिया है. सीतापुर की क्राइम ब्रांच के अलावा एसटीएफ की टीमें नोएडा के आसपास डेरा डाले हुए है.
1 हजार मोबाइल नंबर लिए रडार पर
महोली निवासी राघवेंद्र बायजेपी की हत्या के बाद से ही यूपी की कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़े होने लगे थे. घटना के बाद एसपी चक्रेश मिश्र के निर्देश पर क्राइम ब्रांच निरीक्षक सत्येंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में 3 टीमों को खुलासे में लगाया गया, जबकि एएसपी डॉ प्रवीण रंजन सिंह के नेतृत्व में 12 टीमों ने अपनी जांच शुरु की. करीब 34 दिनों में 1 हजार मोबाइल नंबर को रडार पर लिया तो करीब 250 से ऊपर सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. इस दौरान करीब सवा सौ संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई.
सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान दो संदिग्ध कारेदेव बाबा मंदिर, राघवेंद्र के घर के आसपास और महोली कस्बे में संदिग्ध रूप से घूमते नजर आए. जिसके बाद शक पुख्ता हुआ तो पुलिस ने कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर और उसके करीबी निर्मल सिंह और असलम गाजी को गिरफ्तार किया गया है.
बाबा का राज लग गया था हाथ
कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी का राज पत्रकार राघवेंद्र सिंह के हाथ लग गया था. यदि राघवेंद्र उसको उजागर कर देते तो कथित बाबा शिवानंद की काफी बदनामी होती. इसका जिक्र शिवानंद ने अपने करीबी निर्मल सिंह से की. निर्मल ने अपने मित्र असलम गाजी की मदद से दो शूटरों को राघवेंद्र की सुपारी दी थी. शूटरों ने रेकी कर राघवेंद्र को घेरकर 4 गोली मारी थी. हमलावर राघवेंद्र के मौत की पुष्टि करने के बाद फरार हुए थे.
सफेदपोश के भी शामिल होने की चर्चा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस घटना में एक सफेदपोश के भी शामिल होने की खबर है. फिलहाल पुलिस दोनों शूटरों को गिरफ्तार करने पर अपना फोकस की है. शूटरों के माथे पर इनाम की घोषणा कर दी गई है. क्राइम ब्रांच के अलावा एसटीएफ की टीमें संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. उधर, पुलिस सफेदपोश के शामिल होने की पूरी जानकारी इकट्ठा कर रही है, पुख्ता सबूत के आधार पर कार्रवाई होगी.