फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने वाला अन्तरराज्यीय गैंग चढ़ा पुलिस के हत्थे, पांच सदस्य गिरफ्तार
जलालपुर थाना पुलिस टीम ने की गिरफ्तारी, 9 एंड्रायड फोन, 4 लैपटाप बरामद
लखनऊ, अमरोहा, मधुबनी बिहार, मऊ, गौतमबुद्ध नगर के रहनेवाले हैं जालसाज
वाराणसी, भदैनी मिरर। जौनपुर जिले के जलालपुर थाने की पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने वाले अन्तरराज्यीय गैंग का पर्दाफास करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 9 एंड्रायड मोबाइल फोन और 4 लैपटाप बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि 22 नवम्बर को जलालपुर के असबरनपुर निवासी रतन कुमार अपनी लडकी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिये यूनियन बैंक जलालपुर में मुरलीपुर के विजय यादव को दिया था। विनय यादव ने लडकी का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करके फर्जी जन्म प्रमाण पत्र दिया। जब इस जन्म प्रमाण पत्र का सत्यापन ब्डव् विपिबम रंनदचनत से करवाया तो कार्यालय द्वारा बताया गया कि प्रमाण पत्र फर्जी है।
रतन कुमार ने पुलिस से शिकायत की। जांच में पता चला कि विनय यादव का एक गैंग है। इस गैंग में चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के रतदत्तपुर का रामभरत मौर्या शामिल है। इन लोगों ने फर्जी और कूटरचित जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज तैयार कर लोगां को दिया जाता है। बदले में उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी। प्रकरण में पुलिस ने धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया। जांच के दौरान तीन और आरोपितों की पुलिस को जानकारी मिली। इसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना थाना क्षेत्र के टेकई गांव के अंकित यादव, गौतमबुद्ध नगर के गौर सिटी थाना क्षेत्र के राज कुमार उर्फ विक्की को नहोरा सई नदी के पास से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मधुबनी (बिहार) के बीसफी थाना क्षेत्र के खैरीबाकर गांव के राशिद, अमरोहा जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के डगरौली गांव के राजीव कुमार, लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र के कालोनी आलमनगर, प्रेमा विहार के अभिषेक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐनी डेस्क पर स्क्रीन शेयर कर बनाते थे प्रमाण पत्र
गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि ग्राम पंचायत की आइडी से मिलता जुलता पासवर्ड ट्राई करके लागिन किया जाता था। ऐनी डेस्क पर स्क्रीन शेयर के माध्यम से सम्बंधित आईडी का पासवर्ड जनरेट कर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पत्र बनाकर लोगो से मोटी रकम वसूलते थे। इन्हें गिरफ्तार करनेवाली टीम में एसआई मोहन प्रसाद, बलवंता, अनिल कुमार तिवारी, विजय कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल विजय शंकर सिंह, खुर्शीद आलम, विजय कुमार सिंह, चन्दन सिंह, कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, बी जयप्रकाश, और संग्राम यादव रहे।