पहले पत्नी का बांध दिया हाथ और पैर, फिर उसी के सामने फांसी लगाकर दे दी जान
आजमगढ़ के महाराजगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव की घटना
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
पत्नी सुधा को पहले पति ने छोड़ दिया था, विजय से थे महिला के शादी से पहले सम्बंध
आजमगढ़। आजमगढ़ के महराजगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव में रविवार की विजय यादव (25) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पत्नी सुधा ने पुलिस को बताया कि मृतक ने पहले उसके हाथ-पैर बांधे और उसी के सामने कमरे में छत की कुंडे से रस्सी के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के दौरान उसके परिवार के लोग पैतृक मकान पर थे। पुलिस को घटना की सूचना मृतक की पत्नी सुधा ने दी। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में मृतक विजय की मां गीता यादव ने बहू सुधा पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया है।
गीता यादव ने सुधा की पूर्व में राजस्थान में शादी हो चुकी थी और उसका एक बेटा भी है। इसके बावजूद उसने विजय को प्रेमजाल में फंसाकर एक वर्ष पूर्व कोर्ट मैरेज किया था। सुधा आर्केस्ट्रा में काम करती थी। इसके कारण पति से उसका अक्सर विवाद होता रहा। मां ने इसी विवाद के कारण बेटे की हत्या का आरोप लगाया हैं। जबकि पत्नी सुधा ने पुलिस को बताया कि उसका मायका शिवपुर गांव में ही है। राजस्थान के व्यक्ति से शादी से पहले भी उसका विजय से सम्बंध था।
जानकारी के अनुसार सुधा की शादी आठ साल पहले राजस्थान के अनिल नामक युवक से हुई थी। उससे उसका 5 वर्षीय बेटा है। पति को जब पता चला कि उसका शादी से पहले विजय से सम्बंध था तो संबंध विच्छेद हो गया। इसके बाद वह मायके लौट आई। यहां आने के बाद उसने विजय फिर सम्बंध स्थापित किया। इसके बाद दोनों ने कोर्ट मैरेज कर लिया। पत्नी सुधा का कहना है कि विजय शराब का आदी था। नशे की हालत में अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। छठ पूजा के सिलसिले में वह वह अपनी बहन के घर गई थी। विजय वहां पहुंचा और विवाद कर उसे घर ले आया। उसी रात फिर विवाद किया और उसे घर से बाहर कर खुदकुशी की कोशिश की। इस बार उसने फांसी नही लगायी और दरवाजा खोल दिया। सुधा अंदर गई। फिर विजय ने मेरा हाथ और पैर बांध दिया और उसके सामने ही फांसी लगा ली। उसने किसी तरह रस्सी खोला। जीवित होने की उम्मीद में पति का शव नीचे उतारा। देखा कि मौत हो चुकी है तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस का भी मानना है कि मामला दम्पती के विवाद का लग रहा है। प्रथम द्रष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। विजय यादव तीन भाइयों में मझला था। वह ट्रेलर चलता था। एक हफ्ते से वह काम पर नही जा रहा था।