{"vars":{"id": "125128:4947"}}

ABVP छात्रों से मिले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, KGMU में कहा- दोषियों पर होगी कार्रवाई

रामस्वरूप विश्वविद्यालय लाठीचार्ज प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। KGMU में भर्ती 9 घायल छात्रों से मिलने पहुंचे डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने पुलिस कार्रवाई को गैर-जिम्मेदाराना बताया। सरकार ने CO को सस्पेंड और चौकी स्टाफ को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दिए हैं।
 

 

लखनऊ/बाराबंकी। रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी बाराबंकी में ABVP छात्रों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज का मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है। मंगलवार रात को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घायल छात्रों से मुलाकात की थी। बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी KGMU पहुंचे और वहां भर्ती 9 घायल छात्रों का हालचाल जाना।

केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से कहा- पुलिस ने छात्रों के साथ बेहद गलत किया। इस तरह बर्बर लाठीचार्ज स्वीकार्य नहीं है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। ABVP एक संस्कारिक संगठन है, छात्रों की वैध मांगों को इस तरह दबाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें गिरा-गिराकर बेरहमी से पीटा, जिससे कई के हाथ-पैर टूट गए। LLB डिग्री की मान्यता को लेकर छात्रों का गुस्सा फूटा था। विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए छात्रों ने गेट पर चढ़कर नारेबाजी की थी। कई छात्र सड़क पर लेटकर विरोध कर रहे थे।

प्रशासन की कार्रवाई

मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा, जिसके बाद कार्रवाई की गई। प्रकरण में CO सिटी हर्षित चौहान को सस्पेंड कर दिया गया है। नगर कोतवाली प्रभारी आरके राणा और गदिया चौकी पुलिस लाइन हाजिर कर दिया गया है। प्रकरण की जाँच IG अयोध्या प्रवीण कुमार को सौंपी गई है। अयोध्या कमिश्नर गौरव दयाल को यूनिवर्सिटी की मान्यता की जांच का आदेश दिया गया है। 

विपक्ष का समर्थन

इस प्रकरण में सपा, कांग्रेस और NSUI पहले ही ABVP छात्रों के समर्थन में खड़े हो चुके हैं। विपक्ष ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा है। KGMU में भर्ती सभी 9 छात्र खतरे से बाहर बताए गए हैं। डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित हो।