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आजमगढ़ में घूसखोर दरोगा गिरफ्तार, वादी से मांगे थे 5 हजार रूपये

भुक्तभोगी ने एसपी से की शिकायत, जांच में हुई आरोप की पुष्टि

 
एसपी ने किया निलम्बित और पुलिस ने भेजा हवालात

आजमगढ़, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मारपीट के मामले के विवेचक एसआई को घूस मांगना महंगा पड़ गया। एसपी डॉ. अनिल कुमार ने उसे निलंबित कर दिया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित दरोगा एक व्यक्ति से मारपीट के मामले की विवेचना में पांच हजार रुपये की घूस की मांग कर रहा था। पुलिस ने दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया है। 

जानकारी के अनुसार देवगांव कोतवाली क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के आकाश चौहान ने एसपी डॉ. अनिल कुमार को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की। आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान सोनू प्रजापति और उसके साथियों ने पुरानी रंजिश में उसके साथ मारपीट की थी। इस मामले में उसने देवगांव थाना में तीन नामजद आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की विवेचना उपनिरीक्षक लालबहादुर प्रसाद कर रहे थे। आकाश चौहान ने आरोप लगाया कि विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक लालबहादुर प्रसाद ने आरोपितों को जेल भेजने, चार्जशीट लगाने और त्वरित कार्रवाई करने के नाम पर उससे 5000 रुपये घूस की मांग की।

इस पर एसपी ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी लालगंज को सौंपी। क्षेत्राधिकारी की जांच में आरोप की पुष्टि हुई। दरोगा का यह आचरण पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करनेवाला माना गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर लालबहादुर प्रसाद के विरुद्ध थाना देवगांव में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया। एसपी ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पता चला है कि यह दरोगा घूसखोरी के मामले में बदनाम था। किसी भी मामले में वह बिना घूस के काम नही करता था। घूस न देनेवालों को परेशान करता था।