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बरेली बवाल: मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ सीएम योगी का कड़ा संदेश, कर्फ्यू का सबक सिखा देंगे

सीएम योगी ने दिए सख्त आदेश, बरेली में उपद्रवियों पर कार्रवाई जारी

 

2017 के बाद, उत्तर प्रदेश में उपद्रवियों पर सरकार की सख्त पकड़

कानपुर में झूठी कार्रवाई का आरोप, मौलाना तौकीर रजा ने किया प्रदर्शन का ऐलान

बरेली। शुक्रवार को बरेली में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के पैदल मार्च के ऐलान के बाद भारी बवाल मच गया। जब पुलिस ने इस मार्च को रोकने की कोशिश की, तो भीड़ ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। इस हिंसक घटनाक्रम में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनका इलाज किया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज और अन्य उपायों से तीन घंटे के भीतर स्थिति को काबू किया।

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की देर रात लखनऊ में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने कहा, “दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। उपद्रवियों पर कार्रवाई के लिए किसी और समय का इंतजार नहीं करेंगे। यही सही समय है।”


सीएम योगी का कड़ा बयान

शनिवार को लखनऊ में एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने बरेली बवाल पर एक बार फिर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने मौलाना तौकीर रजा का नाम लिए बगैर कहा, “मौलाना भूल गया कि शासन किसका है। उसने सोचा धमकी देगा और हम दब जाएंगे। हम ने कहा जाम नहीं होगा, कर्फ्यू नहीं लगेगा, लेकिन कर्फ्यू का सबक तुम्हें ऐसा सिखा देंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ी दंगा करना भूल जाएगी।”

सीएम योगी ने कहा, "यह वो प्रवृत्ति थी जो 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में थी। लेकिन अब हम कर्फ्यू नहीं लगने देते और उपद्रवियों को उसी भाषा में सजा दिलाते हैं। यही उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी है।"

बरेली में गिरफ्तारी और कार्रवाई

बरेली में अब तक 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। प्रशासन ने उपद्रवियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है, ताकि ऐसी घटनाओं को फिर से रोकने के लिए सख्त संदेश दिया जा सके।

क्या हुआ था बरेली में?


मौलाना तौकीर रजा ने 21 सितम्बर को एक वीडियो संदेश जारी किया था, जिसमें उन्होंने कानपुर में समाज के युवाओं पर झूठी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए 26 सितम्बर को प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। हालांकि, गुरुवार रात प्रशासन से इजाजत न मिलने के बाद उन्होंने प्रदर्शन रद्द कर दिया था, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने एक और वीडियो संदेश जारी कर लोगों को इस्लामिया मैदान आने के लिए उकसाया। इसके बाद नमाज के बाद वहां भीड़ जुट गई, और उपद्रवियों ने पथराव कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।