आजमगढ़ : खेत की बाड़ में करंट से भतीजे और चाची की मौत, परिवार में मचा कोहराम
खेत मालिक ने बाड़ में दौड़ाया था करंट, परिजनों ने शवों को सड़क पर रखकर लगाया जाम
हंगामे की सूचना पर कई थानों की पहुंची फोर्स, काफी समझाने पर शांत हुए लोग
आजमगढ़, भदैनी मिरर। यूपी के आजमगढ़ जिले के तहबरपुर थाना क्षेत्र के डीहवा तरौधी गांव में बुधवार की सुबह खेत की बाड़ में लगाये गए करंट की चपेट में आकर चाची और भतीजे की मौत हो गई। खेत मालिक ने खेत की जानवरों से सुरक्षा के लिए बाड़ लगाई थी और उसमें करंट भी प्रवाहित कर दिया था। इधर, एक ही परिवार के दो सदस्यों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। बौखलाये लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और खेत मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंची। करीब तीन घंटे तक प्रयास के बाद लोग शांत हुए और पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार डीहवा तरौधी गांव के राजेंद्र प्रसाद के पुत्र धीरज (18) और उसकी चाची रजनी (40) पत्नी हरेंद्र यादव बुधवार की सुबह आलू के खेत में काम करने गए थे। बगल में ही गांव के ही एक व्यक्ति का खेत था। इस व्यक्ति ने अपने खेत को पशुओं से बचाने के लिए चारो तरफ से उसकी तारबंदी कर रखी थी और करंट प्रवाहित कर दिया था। बताते हैं कि अपने खेत में काम करते समय धीरज का फावड़ा तार में उलझ गया। धीरज ने तार से फावड़े को निकालना चाहा तो वह करंट में चपेट में आकर छटपटाने लगा। यह देख चाचा उसे बचाने गई तो वह भी करंट की चपेट में आ गई। यह देख आसपास के लोग पहुंचे।
दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने दोनों शवों को सड़क पर रखकर हंगामा कर दिया। परिजनों ने बताया कि बगल के खेत मालिक ने झटका मशीन के तार में 11 हजार बोल्ट का करंट दौड़ा रखा था। अगर झटका मशीन होती तो वह झटका देकर छोड़ देती। लेकिन इस करंट की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई। वह खेत मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सूचना पर एसडीएम निजामाबाद और सीओ बूढ़नपुर के साथ फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया तब लोग शांत हुए।