अखिलेश यादव का योगी सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- वृंदावन में कॉरिडोर की आड़ में जमीनों का कारोबार...
लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि भाजपा विकास के नाम पर प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत और धार्मिक धरोहरों को खत्म कर रही है। वृंदावन कॉरिडोर परियोजना को लेकर उन्होंने सरकार पर जमीनों की बंदरबांट और लाखों लोगों को बेघर करने का गंभीर आरोप लगाया।
“वृंदावन की पहचान मिटाई जा रही है”
अखिलेश यादव ने कहा, “वृंदावन केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि आस्था और संस्कृति की जीवित विरासत है। यहां की कुंज गलियां राधा-कृष्ण की लीलाओं से जुड़ी हैं, जिनका ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। लेकिन भाजपा इन्हें चौड़ी सड़कों और मुनाफे के खेल में बदलना चाहती है।”
उन्होंने कहा कि अगर भीड़ नियंत्रण का समाधान केवल चौड़ीकरण होता, तो कुंभ जैसे खुले आयोजनों में भगदड़ नहीं होती।
“दूसरे देशों से लें सबक”
सपा अध्यक्ष ने सुझाव दिया कि भाजपा सरकार को उन देशों से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाकर आधुनिक विकास किया है। उन्होंने कहा कि वृंदावन आने वाले श्रद्धालु धार्मिक गलियों और उनकी आध्यात्मिक छवि को देखने आते हैं, न कि किसी कॉरिडोर या शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को।
“अयोध्या और वाराणसी के बाद अब वृंदावन निशाने पर”
अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि जिस तरह अयोध्या में जमीन घोटाले और वाराणसी में मंदिर तोड़कर परियोजनाएं चलाई गईं, अब वही तरीका वृंदावन में अपनाया जा रहा है।
“सत्ता में आए तो करेंगे हर घोटाले की जांच”
अखिलेश यादव ने एलान किया कि अगर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनती है, तो भाजपा शासन में हुए हर मुआवजे और भूमि घोटाले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। उन्होंने भाजपा पर धार्मिक ट्रस्टों की संपत्तियों पर अवैध कब्जे कराने का भी आरोप लगाया।
“कांवड़ियों को भी नहीं मिला सम्मान”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा पर ₹1000 करोड़ खर्च किए, लेकिन अब तक कांवड़ियों के लिए कोई समर्पित कॉरिडोर क्यों नहीं बना? अखिलेश ने वादा किया कि सपा सरकार बनने पर कांवड़ियों के लिए नया और व्यवस्थित कॉरिडोर बनाया जाएगा।
इस दौरान उनके साथ मंच पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद वीरपाल यादव, और फूलन देवी की बहन रुकमणी देवी भी मौजूद थीं।