महादेव पीजी कॉलेज बना वॉलीबॉल चैंपियन, फाइनल में शिएट को सीधे सेटों में हराया
अंतरमहाविद्यालय वॉलीबॉल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन; 25–19 और 25–22 से मिली जीत, कई कॉलेजों की टीमों ने किया प्रतिभाग
चांदमारी। सरस्वती उच्च शिक्षा एवं तकनीकी महाविद्यालय, गहनी के खेल मैदान में आयोजित अंतरमहाविद्यालय वॉलीबॉल (पुरुष) प्रतियोगिता के फाइनल में महादेव पीजी कॉलेज बरियासनपुर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान शिएट पीजी कॉलेज को सीधे सेटों में 25-19 और 25-22 से हराकर खिताब अपने नाम किया। टीम की आक्रामक सर्विस और मजबूत रक्षा ने शुरुआत से ही बढ़त बनाए रखी।
फाइनल में पहुंचने के लिए महादेव पीजी कॉलेज ने सेमीफाइनल में बीआईटीई बाबतपुर की टीम को हराया था, जबकि शिएट पीजी कॉलेज ने लालबहादुर पीजी कॉलेज मुगलसराय को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों का हुआ उत्साहवर्धन
प्रतियोगिता का उद्घाटन महाविद्यालय के उप प्रबंधक नवीन कुमार सिंह और प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार सिंह ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। अपने संबोधन में नवीन कुमार सिंह ने कहा कि “खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि नेतृत्व, अनुशासन और टीमवर्क जैसे गुणों को भी विकसित करते हैं।”
कई प्रमुख कॉलेजों की टीमों ने लिया हिस्सा
इस वॉलीबॉल प्रतियोगिता में मेजबान शिएट कॉलेज के अलावा
- हरिश्चन्द्र पीजी कॉलेज
- जीवनदीप महाविद्यालय
- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
- जगतपुर पीजी कॉलेज
- लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज
- बीआईटीई कॉलेज
- महादेव पीजी कॉलेज
- जेएनएम कॉलेज
की टीमें शामिल हुईं।
विजेताओं को मिला सम्मान
समापन समारोह में उप प्रबंधक नवीन कुमार सिंह और प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार सिंह ने विजेता और उपविजेता टीमों को शिल्ड और मेडल प्रदान किए।
इस दौरान उपस्थित रहे— डॉ. मुकेश कुमार पंथ (पर्यवेक्षक), डॉ. राधे श्याम राय (विश्वविद्यालय प्रतिनिधि), प्रोफेसर संजय कुमार सिंह (चयनकर्ता), चंद्रमोहन यादव एवं निर्णायक मंडल के सदस्य।
बीपीएड विभाग की सक्रिय भूमिका
बीपीएड विभाग से डॉ. दिनेश चंद्र अरोड़ा, डॉ. अमित कुमार सोनकर, डॉ. दिग्विजय नारायण वर्मा, डॉ. सुजीत कुमार सिंह, मनीष कुमार सिंह, डॉ. आकाशदीप सिंह, मनोज कुमार यादव, डॉ. दीपक, डॉ. पुष्पा मिश्रा और डॉ. कुसुम प्रतियोगिता में मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुरभि श्रीवास्तव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार सिंह ने दिया।