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वियतनाम में काशी के लाल सौरभ यादव का कमाल, मंगोलियाई पहलवान को हराकर जीता गोल्ड मेडल

 

Varanasi : वाराणसी के लाल सौरभ यादव ने वियतनाम में आयोजित एशियाई बीच कुश्ती चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश और काशी का नाम रोशन किया है। बच्छाव गांव के रहने वाले सौरभ ने फाइनल मुकाबले में मंगोलिया के पहलवान को 4 अंकों के अंतर से हराकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला स्वर्ण पदक जीता। इस वर्ष यह उनका पांचवां पदक है।

सौरभ का प्रदर्शन पूरे सत्र में शानदार रहा है। 80 किलो भार वर्ग में उन्होंने लगातार चार मुकाबलों में पदक जीतने का कारनामा किया है। इससे पहले वे स्कूली नेशनल में कांस्य, खेलो इंडिया यूथ गेम्स में रजत और सब-जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं।

27 जून को वियतनाम में आयोजित इस मुकाबले में सौरभ ने चीन के दो खिलाड़ियों को हराते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। अंतिम मुकाबले में उन्होंने मंगोलियाई खिलाड़ी को 5-1 से शिकस्त दी।

पढ़ाई में भी अव्वल

सिर्फ खेल ही नहीं, पढ़ाई में भी सौरभ पीछे नहीं हैं। उन्होंने इसी वर्ष 12वीं की परीक्षा गणित विषय से 79% अंकों के साथ पास की है। वह नैपुरा के वितराघानंद आश्रम में नियमित अभ्यास करते हैं। उनके पिता किसान हैं और साधारण आर्थिक परिस्थिति में रहकर भी सौरभ ने खुद को निखारा है।

फिलहाल सौरभ वियतनाम में 27 जून से 2 जुलाई तक चल रहे छह दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा ले रहे हैं, जहां वह कुश्ती की नई तकनीकों को सीख रहे हैं।

कुश्ती संघ अध्यक्ष ने की सराहना

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू ने सौरभ की सफलता पर बधाई देते हुए कहा, "काशी के पहलवान देशभर में कुश्ती में चमक बिखेर रहे हैं। भविष्य में और अधिक प्रशिक्षण शिविरों के जरिए खिलाड़ियों को और मजबूत बनाया जाएगा।"