{"vars":{"id": "125128:4947"}}

त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव : पंच महाभूत शुद्धि के लिए हुआ सामूहिक यज्ञ, पूर्ण गुरु ने लिया एक लाख पौधे लगाने का संकल्प

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में मिश्री मठ, हरिद्वार के तृतीय मठाधिपति पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव के सानिध्य में चल रहे त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन भक्तिमय वातावरण में जारी है। महोत्सव के दूसरे दिन हजारों साधकों ने पंच महाभूत शुद्धि एवं सिद्धि के लिए सामूहिक यज्ञ अनुष्ठान में भाग लिया।

इस अवसर पर साधकों को मंत्र दीक्षा के लिए तैयार करने के साथ ही तंत्र क्रिया योग के विभिन्न चरणों में प्रवेश के लिए चयन किया गया। 7 सितंबर से शुरू हुआ यह आयोजन 9 सितंबर को संपन्न होगा। कार्यक्रम में देश-विदेश से आए 50,000 से अधिक साधक शामिल हुए हैं।

पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव जी ने भक्तों का स्वागत करते हुए कहा कि काशी की पावन भूमि पर यज्ञ अनुष्ठान में आहुति देना अद्भुत सौभाग्य है। उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम से जल लेकर करौली शंकर महादेव धाम पदयात्रा करने वाले भक्तों को महाहवन का पुण्य प्राप्त होता है, जिससे उनकी नकारात्मक स्मृतियां नष्ट होती हैं और वे आस्था के बल पर स्वस्थ होते हैं।

इस दौरान पूर्ण गुरु ने Nature with Balance अभियान के अंतर्गत काशी मंडल में एक वर्ष के भीतर एक लाख पौधे लगाने का संकल्प दिलाया। आयोजन की शुरुआत गुरुजी को काशी मंडल के सदस्यों द्वारा कल्पवृक्ष भेंट कर की गई।

उन्होंने नारी सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि हर महिला अपने स्वाभिमान की रक्षा स्वयं करे। यदि किसी भी स्तर पर सम्मान को ठेस पहुंचाने का प्रयास हो तो उसका साहसपूर्वक और संवैधानिक तरीकों से विरोध करें। "नारी अन्नपूर्णा का रूप है, तो दुर्गा और काली का भी स्वरूप है," उन्होंने कहा।

महोत्सव में शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध चोपड़ा, काशी मंडल अध्यक्ष विवेक खन्ना सहित बड़ी संख्या में देश-विदेश से भक्तों ने भाग लिया।