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संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का बदला समय, जानें नई टाइमिंग

 

वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की प्रसिद्ध रात्रिकालीन पदयात्रा एक बार फिर आरंभ हो चुकी है, लेकिन इस बार समय में एक अहम बदलाव किया गया है। पहले यह यात्रा रात 2 बजे शुरू होती थी, अब इसे सुबह 4 बजे से प्रारंभ किया जा रहा है।

स्वास्थ्य कारणों से बदला गया यात्रा का समय

समय में हुए इस परिवर्तन के पीछे संत प्रेमानंद महाराज की हालिया स्वास्थ्य स्थिति है। कुछ दिन पहले उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके चलते पदयात्रा को अस्थायी रूप से पांच दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब जब स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, तो पदयात्रा दोबारा शुरू कर दी गई है लेकिन नये समय के अनुसार।

श्रद्धालुओं की भक्ति में नहीं आई कोई कमी

समय में बदलाव का भक्तों की आस्था पर कोई असर नहीं पड़ा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहले की ही तरह रात से ही सड़कों के किनारे बैठकर संत के दर्शन का इंतजार करते नजर आए। दिल्ली से आए एक भक्त राहुल ने बताया, “महाराज जी जब भी यात्रा करें, हम उनके दर्शन के लिए सदा तत्पर हैं। यह हमारे लिए समय की नहीं, आस्था की बात है।”

पुनः शुरू हुई पदयात्रा से भक्ति में उमड़ा उत्साह

सोमवार को जब यात्रा दोबारा शुरू हुई, तो वृंदावन एक बार फिर भक्ति के रंग में रंग गया। देश-विदेश से आए भक्तों ने अपने प्रिय संत के दर्शन कर अपार आनंद की अनुभूति की। हर ओर भजनों की स्वर लहरियां और जयकारों की गूंज सुनाई दी।

भक्ति पथ सजा दीपों और रंगोली से

रविवार की रात, भक्तों ने ‘श्री कृष्ण शरणम’ (छटीकरा मार्ग स्थित संत प्रेमानंद महाराज का निवास) से लेकर ‘श्री राधा हित केली कुंज आश्रम’ (रमनरेती मार्ग) तक के पूरे पदयात्रा मार्ग को रंगोली और दीपों से सजाया। जैसे ही महाराज जी यात्रा के लिए निकले, पूरे मार्ग पर भक्ति की अनूठी छटा देखने को मिली।

पहले भी स्थगित हो चुकी थी यात्रा

कुछ समय पूर्व जब महाराज जी अस्वस्थ थे, तब यात्रा कुछ दिनों के लिए रोकी गई थी और वे सुबह के समय वाहन से निकलते थे। इस खबर से भक्तों में निराशा छा गई थी। लेकिन जैसे ही पदयात्रा के दोबारा शुरू होने की सूचना मिली, पूरे वृंदावन में उल्लास की लहर दौड़ गई।