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दुनियाभर के डॉक्टर हुए काशी के दिव्य प्रभाव से अभिभूत, बाबा विश्वनाथ की सवा इंच प्रतिकृति को नमन कर कर रहे दिन की शुरुआत

आईएनकॉन-25 में मिले स्मृति चिह्न ने बढ़ाई आस्था-अमेरिका, इटली, सिंगापुर समेत कई देशों में डॉक्टरों ने ऑफिस और पूजा स्थल पर स्थापित की प्रतिकृति

 

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी विश्वनाथ धाम की दिव्यता का प्रभाव सिर्फ मंदिर में दर्शन करने वालों पर ही नहीं, बल्कि दुनिया भर से आए शीर्ष न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरो साइंटिस्ट्स पर भी गहराई से महसूस किया जा रहा है। आईएनकॉन-25 (IANCON-25) में आए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि आयोजन के समापन के बाद भी काशी के आध्यात्मिक स्पर्श को याद कर रहे हैं।

आयोजन में स्मृति चिह्न के रूप में दी गई बाबा विश्वनाथ की सवा इंच की विशेष प्रतिकृति विदेशी डॉक्टरों के बीच आस्था का केंद्र बन गई है। कई डॉक्टर इसे अपने कार्यालय, पूजा स्थल और कार्यस्थल की टेबल पर स्थापित कर नमन करके दिन की शुरुआत कर रहे हैं। आयोजन समिति को रोजाना मिल रहे आभार संदेश इन भावनाओं को और गहरा कर रहे हैं

प्रतिमा बनाने में एक साल लगा, 2500 प्रतिकृतियां तैयार

आईएनकॉन-25 के आयोजन सचिव बीएचयू के प्रो. विजयनाथ मिश्र ने बताया कि 2023 में मदुरै में हुए तीसरे संस्करण के दौरान ही काशी में चौथा संस्करण कराने की अनुमति मिल गई थी। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधियों को ऐसी भेंट दी जाए, जिसमें काशी की आध्यात्मिकता समाई हो।
कई महीनों की खोज और असंख्य प्रयासों के बाद, कलाधर्मी मनीष खत्री और अनिल शर्मा ने जोगाई आर्ट्स का सुझाव दिया। सितंबर 2024 में टीम ने अंतिम प्रयास किया और उसी दिन बाबा के दरबार में समाधान की प्रार्थना के बाद सवा इंच की परफेक्ट प्रतिकृति तैयार हो गई। लगभग ढाई हजार प्रतिकृतियां एक वर्ष में तैयार कराकर आईएनकॉन के अंतिम दिन सभी प्रतिनिधियों को भेंट की गईं।

“शिवा इज पावर”-इटली, अमेरिका, सिंगापुर के डॉक्टरों का संदेश

इटली से आए डॉ. इमरसन ने प्रतिकृति अपने साथ रखी है और संदेश भेजा-“Shiva is Power” (शिव ही शक्ति हैं)।
अमेरिका के पीट्सबर्ग चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल के निदेशक प्रो. उदयभान पांडेय ने बताया कि जब वे इस प्रतिकृति के साथ लौटे तो वहां के भारतीय समुदाय ने “दर्शन” के लिए भीड़ जमा कर दी।

येल विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. निशांत मिश्रा रोज सुबह प्रतिकृति को शिवतांडव स्तोत्र सुनाकर दिन की शुरुआत करते हैं। सिंगापुर के न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विजय शर्मा ने प्रतिकृति को अपने ऑफिस में स्थापित किया है।


दुनिया के कई देशों में पहुंचा काशी का आध्यात्मिक संदेश

आईएनकॉन की इस अनोखी स्मृति ने-ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, आयरलैंड, स्वीडन, कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड सहित कई देशों में बाबा विश्वनाथ की दिव्य ऊर्जा और चंदन की सुगंध पहुंचा दी है।
यह अनोखी पहल न केवल काशी की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर स्थापित कर रही है बल्कि विज्ञान और अध्यात्म के अद्भुत संगम को भी दर्शाती है।