कोलकाता डकैती कांड का वाराणसी कनेक्शन : साथी संग एसटीएफ के हत्थे चढ़ा कुख्यात डकैत आदर्श बहेड़ा
कोलकाता के ज्वेलरी शॉप में गिरोह के साथ डाली थी सात करोड़ की डकैती
20 लाख रूपये, सोने व हीरे के आभूषण बरामद, आजमगढ़ का है बहेड़ा, बनारस के हैदराबाद गेट के पास रहता था
तीन अगस्त को हुगली के बड़े व्यापारी की दुकान में घुसे थे 6 डकैत, दिया वारदात को अंजाम
वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की वाराणसी इकाई ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सात करोड़ के आभूषण और नकदी की डकैती करनेवाले गिरोह के दो शातिर बदमाशों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने डकैती कांड में कुख्यात लुटेरे आदर्श सिंह बेहडा को उसके साथी के साथ दबोच लिया है। इनके पास से लूटे गये 20 लाख रूपये के अलावा सोने व हीरे के आभूषण बरामद हुए हैं। एसटीएफ की टीम ने इन डकैतों को आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के टोल प्लाजा से पकड़ा है। पकड़े गये डकैतों में आदर्श सिंह बेहडा जौनपुर जिले के केराकत थाना क्षेत्र के बहेड़ा गांव का और दूसरा सूरज सेठ वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के दानगंज का निवासी और आभूषण व्यवसायी है।
एसटीएफ ने बताया कि पिछले तीन अगस्त को हुगली (प. बंगाल) के दानकुनी थाना क्षेत्र के चंदननगर के मुखर्जी रोड स्थित सोहन गोल्ड एंड डायमंड शॉप में असलहों से लैस छह बदमाश घुसे। डकैतों ने असलहे लहराते हुए सबको आंतकित किया और कुछ लोगों की पिटाई भी की। इसके बाद करीब पांच से छह किलो सोने के आभूषण, डायमंड के आभूषण लूटकर भाग निकले। इस घटना से व्यापरियों में दहशत फैल गई। आभूषण व्यवसायी की ओर से दानकुनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। जांच में दानकुनी पुलिस को सूचना मिली कि डकैती में यूपी और बिहार के पेशेवर डकैत भी शामिल थे। इसलिए पुलिस कमिश्नर चन्दन नगर ने यूपी एसटीएफ से मदद मांगी। साथ ही घटना के सीसीटीवी फुटेज और फोटो उपलब्ध कराये। इसके बाद एसटीएफ की वाराणसी इकाई की टीम गठित की गई थी। निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने जांच शुरू की। इसी दौरान डकैती के मुख्य अभियुक्त आदर्श सिंह बेहडा के अपने साथियों सहित जनपद आजमगढ एवं आसपास के जनपदों में छिपे होने की सूचना प्राप्त हुई। इस सूचना के बाद टीम ने आदर्श सिंह बेहडा को गंभीरपुर टोल प्लाजा से उसके सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों के कब्जे से 20,00,000 नगद। 12 अदद हीरे की अंगूठी। एक सोने की अंगूठी। एक हीरे का नैकलेस, 2 मोबाइल फोन, लूट के पैसे से खरीदी गयी नई बुलेट मोटरसाइकिल बरामद हुई।
गिरफ्तार डकैतों से पूछताछ में पता चला कि आदर्श सिंह बेहडा शातिर किस्म का अपराधी है। वह लूट, डकैती, जानलेवा हमला आदि जैसे कई जघन्य अपराधों को अंजाम दे चुका है। वह वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के हैदराबाद गेट के पास किराये पर कमरा लेकर रह रहा था। इसी दौरान इसकी दोस्ती बिट्टू निवासी वैशाली (बिहार) व विनोद राय निवासी पटना (बिहार) से हुई। इसके बाद इन लोगों ने कोलकाता की बडी ज्वेलरी शॉप में डकैती की योजना बनायी। योजना के तहत बिट्टू और विनोद राय ने आदर्श सिंह को कोलकाता बुलाया और ज्वेलरी शॉप की रेकी की गई। इसके बाद दो अगस्त को आदर्श सिंह बेहडा बस से कोलकाता पहुंचा। बिट्टू उसे बस स्टैण्ड से लेकर अपने घर पर रूकवाया जहां गैंग के अन्य साथी भी मौजूद थे। बिट्टू ने सभी को असलहे और चोरी की दो मोटरसाइकिले उपलब्ध करायी। फिर 3 अगस्त को योजना के तहत गैंग के 6 सदस्य सोहन गोल्ड और डायमण्ड ज्वेलरी शॉप पहुंचे।
घटना के दौरान गैग का एक व्यक्ति बाहर खडा होकर निगरानी कर रहा था और 5 बदमाश अन्दर घुस गये। डकैतों ने असलहों के बल पर दुकान के अन्दर मौजूद सभी लोगों को एक जगह इकट्ठा कर लिया। मारपीट कर ज्वेलरी लूट ली गयी। घटनास्थल से कुछ दूर जाने के बाद गिरोह के लोग मोटरसाइकिलें छोड़कर क्रेटा कार से लूट के सामान सहित रांची पहुंचे। वहां से इनोवा गाड़ी बुक करके वाराणसी आ गये। दो दिन बाद आदर्श सिंह बेहडा लूट का पूरा सामान लेकर अपने गांव बेहडा आ गया। कुछ दिन बाद बिट्टू आया और लूट की ज्वेलरी का बंटवारा किया गया। इसके बाद लूटे के आभूषण दानगंज के ज्वेलरी व्यवसायी सूरज सेठ और जौनपुर के थाना गद्दी के व्यवसायी सूरजीत को आभूषण दिये गये। इसके एवज में सूरज सेठ ने 35,00,000 और सुरजीत ने 30,00,000 रूपये दिये थे। एसटीएफ के मुताबिक आदर्श सिंह बेहडा के खिलाफ लखनऊ, जौनपुर, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी समेत अन्य स्थानों पर दर्जनों संगीन मुकदमे दर्ज हैं। मुजफ्फरपुर में डकैती डाली थी। इसका सगा चाचा दीपक सिंह बेहडा भी कुख्यात अपराधी था, जिसकी कई वर्ष पहले वाराणसी पुलिस के साथ मुठभेड के दौरान मृत्यु हो गयी थी।