{"vars":{"id": "125128:4947"}}

होम लोन पर ₹1.80 लाख की सब्सिडी: सरकार के इस स्कीम से साकार होगा घर का सपना

निम्न और मध्यम वर्ग के परिवारों को 4% तक ब्याज सब्सिडी — EMI होगी कम, घर का सपना होगा पूरा

 

नई दिल्ली । घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन बढ़ती कीमतों के कारण यह सपना कई बार अधूरा रह जाता है। ऐसे में मोदी सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) इस सपने को साकार करने की दिशा में उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। योजना के तहत इंटरेस्ट सब्सिडी स्कीम (ISS) चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत पात्र परिवारों को होम लोन पर अधिकतम ₹1.80 लाख तक की ब्याज सब्सिडी दी जा रही है।

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ

यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), निम्न आय वर्ग (LIG) और मध्यम आय वर्ग (MIG) के परिवारों के लिए है।

  • EWS (Economically Weaker Section): जिनकी सालाना आय ₹3 लाख रुपये तक है।
  • LIG (Low Income Group): जिनकी आय ₹6 लाख रुपये तक है।
  • MIG (Middle Income Group): जिनकी आय ₹9 लाख रुपये तक है।

योजना को चार श्रेणियों में बांटा गया है —

  1. लाभार्थी आधारित निर्माण (BLC)
  2. भागीदारी में किफायती आवास (AHP)
  3. किफायती किराये के आवास (ARH)
  4. ब्याज सब्सिडी योजना (ISS)


कैसे मिलेगा सब्सिडी का फायदा

इस योजना के तहत ₹1.80 लाख तक की सब्सिडी सीधे लोन खाते में DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से पांच किस्तों में भेजी जाएगी।
शर्त यह है कि —

  • लोन चालू (Active) हो
  • लोन की आधे से ज्यादा राशि बाकी हो
  • बैंक यह राशि सीधे लोन की मूल राशि से घटा देगा, जिससे लोन लेने वाले की EMI अपने आप कम हो जाएगी।


पहली बार घर खरीदने वालों को मिलेगा फायदा

इस योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनके नाम पर पहले से किसी भी शहर या गांव में पक्का घर नहीं है।

उदाहरण के तौर पर - अगर कोई परिवार ₹8 लाख रुपये तक का होम लोन लेता है, तो उस पर मिलने वाली ब्याज सब्सिडी से लोन की कुल लागत लगभग ₹1.80 लाख रुपये तक घट जाएगी।
यदि लोन ₹10 या ₹12 लाख रुपये का भी हो, तो भी सब्सिडी केवल पहली ₹8 लाख रुपये की राशि पर ही मिलेगी।

EMI पर कैसे होगा असर

सरकार की यह सब्सिडी ब्याज के बोझ को घटाकर दी जाएगी और इसे 12 साल की अवधि में समायोजित किया जाएगा। यानी, परिवार को हर महीने कम EMI देनी होगी, जिससे घर का सपना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।