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RBI ने उपभोक्ताओं को दी बड़ी राहत, कार, होम और पर्सनल लोन होंगे सस्ते

Repo Rate में तीसरी बार की गई कटौती, अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती

 
वैश्विक आर्थिक वृद्धि की धीमी गति और घरेलू मांग को देखते हुए उठाया गया कदम 

 
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार तीसरी बार Repo Rate घटाया है। रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद अब यह घटकर 5.50 प्रतिशत यानी 0.50 फीसदी पर आ गया है। आरबीआई ने 6 जून को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए रेपो रेट घटाने का ऐलान किया है। इससे पहले फरवरी और अप्रैल में भी 25-25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई थी। कुल मिलाकर 2025 की पहली छमाही में 100 बेसिस पॉइंट की कटौती हो चुकी है। इसके साथ ही सीसीआर यानी कैश रिजर्व रेशियों को भी एक प्रतिशत घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया गया है। इससे यह होगा कि बैंकों के पास अब ज्यादा धन उपलब्ध रहेगा और वह होम लोन जैसी सर्विस पर ब्याज दरें और घटा सकते हैं। कार और होम लोन समेत सभी तरह के लोन सस्ते होंगे। आरबीआई के इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और निवेशकों के लिए अवसर बढ़ेंगे। 

RBI ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि की धीमी गति और घरेलू मांग को देखते हुए यह कदम भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता और मजबूती प्रदान करेगा। निवेशकों को अधिक अवसर मिलेंगे। विशेषज्ञों का भी मानना है कि लगातार तीन बार रेपो रेट में कटौती से बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में तरलता बढ़ेगी। विशेषज्ञ बताते हैं कि Repo Rate में कटौती का सीधा असर होम लोन पर पड़ेगा। यदि आपके पास 50 लाख रुपये का होम लोन है, जिसकी ब्याज दर 8.5 प्रतिशत और अवधि 20 साल है, तो EMI करीब 3,111 रुपये कम हो सकती है। अगर उपभोक्ता ईएमआई को पहले जैसा रखते हैं, तो होम लोन की अवधि यानी टेन्योर 3 साल तक घट सकती है। लोन तीन साल पहले खत्म हो सकता है। 

आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि महंगाई लगातार  4 प्रतिशत के टारगेट से नीचे बनी हुई है। अप्रैल में खुदरा महंगाई गिरकर 3.16 प्रशित पर आ गई। यह 6 साल का निचला स्तर है। इसके साथ ही मानसून की अच्छी शुरुआत और ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच घरेलू अर्थव्यवस्था को सपोर्ट देना जरूरी था। रेपो रेट और सीसीआर में कटौती से बैंकों पर लिक्विडिटी का दबाव कम होगा और वे लोन सस्ते कर पाएंगे। इसका लाभ ऑटोमोबाइल, हाउसिंग, बैंकिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को मिलेगा। ग्रामीण और छोटे कारोबारों के लिए लोन लेना आसान होगा।