{"vars":{"id": "125128:4947"}}

पटना से दिल्ली फ्लाइट में को-पायलट बने राजीव प्रताप रूडी, यात्रियों को अनोखे अंदाज़ में कराई आसमान की सैर

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर साझा किया भावुक अनुभव, कहा – ‘राजीव जी, आज आपने दिल जीत लिया’

 
पटना से दिल्ली की उड़ान शनिवार को यात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव बन गई। वजह थे छपरा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, जो इस फ्लाइट में को-पायलट की भूमिका निभा रहे थे।
यात्रा को खास बनाने वाली बात यह रही कि उन्होंने बड़े ही आत्मीय और रोचक अंदाज़ में यात्रियों से संवाद किया। उन्होंने बादलों, बारिश और रास्ते में दिखने वाले शहरों– बनारस, प्रयागराज और लखनऊ का ज़िक्र करते हुए यात्रा को एक रोमांचक सफर में बदल दिया।
यात्रियों को गंगा और यमुना जी के दर्शन कराने का अंदाज़, नोएडा की हाईराइज बिल्डिंग्स की रोशनी का ज़िक्र और अंत में सबको ताली बजाकर सुखद यात्रा की शुभकामनाएं देने का तरीका, सबके दिलों को छू गया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अनुभव को अपने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा– “राजीव जी, आज आपने दिल जीत लिया। यह अनुभव अविस्मरणीय और अभूतपूर्व रहा।”
पढ़े शिवराज सिंह के अक्षरशः अनुभव
राजीव जी, आज आपने दिल जीत लिया...
आज पटना से दिल्ली की हवाई यात्रा मेरे लिए अविस्मरणीय रही, क्योंकि इस फ्लाइट के सह-कैप्टन थे मेरे प्रिय मित्र, वरिष्ठ राजनेता और छपरा सांसद श्री राजीव प्रताप रूडी जी।
आज आपने यात्रियों को जिस रोचक अंदाज में सरल भाषा के साथ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की, उसने पूरी यात्रा के दौरान हम सबको यात्रा से जोड़े रखा। 
कैसे आपने शुरुआत की - 
"आज पटना के चारों ओर बादलों ने डेरा जमाए रखा है, कल से लगातार बारिश हो रही है। बादलों के बीच और हल्की बारिश के साथ हम दिल्ली की यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। रास्ते में हम बनारस के ऊपर से गुजरेंगे। फिर बाईं ओर प्रयागराज और दाईं ओर लखनऊ दिखाई देंगे। गंगा जी और यमुना जी के दर्शन करते हुए हम दिल्ली का सफर पूरा करेंगे और उतरते समय बादल न रहे तो नोएडा की हाई राइज बिल्डिंग्स की रोशनी भी देखने मिलेगी।"
आप यात्रा से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी बता रहे थे, आपका यह अंदाज बहुत निराला लगा। अंत में जब आपने सुखद और सफल यात्रा के लिए यात्रियों से ताली बजाने का अनुरोध किया, उसमें अलग ही आत्मीयता देखने मिली। सचमुच, यह अनुभव अद्भुत और अभूतपूर्व रहा।
ऐसे लोग विरले ही होते हैं, जो इतनी व्यस्तताओं के बीच भी अपने हुनर के लिए समय निकालते हैं। जमीन से जुड़े रहना इसी को कहते हैं।
यादगार यात्रा के लिए आपका आभार!