पहलगाम का बदला शुरु : सेना ने लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर अल्ताफ लल्ली को मुठभेड़ में किया ढेर
बंदीपोरा में आतंकियों के खिलाफ चला बड़ा ऑपरेशन, घाटी में सेना की सख्त कार्रवाई शुरू
श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के साथ-साथ भारतीय सेना भी पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े टॉप कमांडर अल्ताफ लल्ली को बंदीपोरा जिले में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया।
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निहत्थे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी, जिसमें कई की मौत हुई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। इसके बाद पूरे देश में गुस्से और शोक की लहर दौड़ गई थी।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस को बंदीपोरा क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिली थी। इसके बाद एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया। आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि होते ही सुरक्षा बलों ने घेराबंदी की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच लंबी मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में लश्कर का बड़ा आतंकी कमांडर अल्ताफ लल्ली मारा गया, जो कई आतंकी घटनाओं में वांछित था और सुरक्षा एजेंसियों की हिट लिस्ट में शामिल था।
पहलगाम हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। सेना की ओर से साफ कर दिया गया है कि अब किसी भी आतंकी संगठन को बख्शा नहीं जाएगा और इस तरह के हमलों का करारा जवाब दिया जाएगा। मुठभेड़ के बाद इलाके में कड़ी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी और आतंकी की मौजूदगी की पुष्टि हो सके। साथ ही खुफिया एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि आगे कोई आतंकी साजिश न रची जा सके।