BOB से करोड़ो की धोखाधड़ी करने वाला भगोड़ा मुनव्वर खान कुवैत से भारत प्रत्यर्पित, CBI ने किया गिरफ्तार
बैंक ऑफ बड़ौदा से धोखाधड़ी के बाद वर्ष 2011 से था फरार, कुवैत से हैदराबाद एयरपोर्ट लाया गया आरोपी
इंटरपोल के रेड नोटिस के बाद हुआ गिरफ्तार
CBI ने अब तक 130 से अधिक वांछित अपराधियों को वापस लाया
नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को एक बड़ी सफलता मिली है। बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी कर फरार हुआ और भगोड़ा घोषित किया गया मुनव्वर खान आखिरकार भारत लाया गया है। सीबीआई की टीम ने इंटरपोल और कुवैत पुलिस के सहयोग से आरोपी को कुवैत से प्रत्यर्पित कर हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचाया।
सीबीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार, मुनव्वर खान पर आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज है। वह 2011 से CBI की एसटीबी चेन्नई शाखा की एफआईआर संख्या RC 3(S)/2011 में वांछित था। बैंक ऑफ बड़ौदा से धोखाधड़ी के तुरंत बाद वह कुवैत भाग गया और फरार हो गया।
कुवैत से प्रत्यर्पण की पूरी प्रक्रिया
सीबीआई की इंटरनेशनल पुलिस कोऑपरेशन यूनिट (IPCU) ने विदेश मंत्रालय और एनसीबी-कुवैत के सहयोग से 11 सितंबर को आरोपी को भारत लाने की प्रक्रिया पूरी की। कुवैत पुलिस ने मुनव्वर खान को गिरफ्तार कर प्रत्यर्पण की औपचारिकताओं के बाद भारत भेजा। हैदराबाद एयरपोर्ट पर सीबीआई और एसटीबी चेन्नई की टीम ने उसे हिरासत में लिया।
इंटरपोल का रेड नोटिस
सीबीआई ने 7 फरवरी 2022 को इंटरपोल के माध्यम से मुनव्वर खान के खिलाफ रेड नोटिस जारी करवाया था। इसी नोटिस के आधार पर कुवैत पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। इंटरपोल के जरिए जारी किए गए रेड नोटिस दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजे जाते हैं, ताकि भगोड़ों पर नजर रखी जा सके।
CBI ने अब तक 130 से अधिक भगोड़ों को लाया
भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (NCB) की भूमिका निभाने वाली CBI ने पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल चैनलों के माध्यम से 130 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाने में सफलता हासिल की है।