लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम हमले पर किया मोदी से सवाल तो मचा बवाल
पूछा-पहलगाम में दो हजार लोगों के लिए सुरक्षा के इंतजाम क्यों नही थे. कहां गई 56 इंच की छाती
बीजेपी आईटी सेल, ट्रोल आर्मी ने नेहा को लिया निशाने पर, देशद्रोही और गद्दार जैसे शब्दों से नवाजा
नेहा ने भी दिया जवाब-सवाल तो पूछूंगी, पार्टी सरकार नही, सरकार देश नही और प्रधानमंत्री भगवान नही
वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी में का बा, बिहार में का बा जैसे चर्चित गानों से चर्चा में आईं बिहार की लोक गायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने पर भाजपा और उसकी आईटी सेल के निशाने पर आ गई हैं। नेहा राठौर इससे पहले भी समय-समय पर सत्ता से सवाल करने पर बीजेपी आईटी सेल और ट्रोल आर्मी के निशाने पर आती रही हैं। लेकिन वह भी ट्रोल आर्मी का जवाब भी उसी अंदाज में देती हैं। इस बार वह पहलगाम में आतंकी हमले पर सत्ता और प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछने पर निशाने पर आ गई हैं। सोशल मीडिया एक्स पर ट्रोल आर्मी उन्हें द्रेशद्रोही और गद्दार जैसे शब्दों से नवाज रही है। भद्दे और निम्नस्तरीय कमेंट भी किये जा रहे हैं। लेकिन नेहा राठौर ट्रोल आर्मी के सामने मजबूती से डटी हुई हैं। उनका कहना है कि सत्ता और प्रधानमंत्री से सवाल तो होगा। नेहा सिंह राठौर ने कहाकि पार्टी सरकार नही, सरकार देश नही और प्रधानमंत्री भगवान नही हैं। आपलोग चापलूसी करिए, मैं तो सवाल पूछूंगी, क्योंकि हमारा संविधान और देशप्रेम हमें सत्ता से सवाल करने का अधिकार देता है।
मोदीजी सत्ता में हैं तो मैं सवाल पूछूंगी, चापलूसी आप कीजिए
ट्रोल आर्मी के द्रेशद्रोही, गद्दार जैसे तीखे हमलों का सामना कर रही इस गायिका ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में नेहा सिंह राठौर ने कहाकि-यह बात सौ प्रतिशत सही है कि मैं मोदी जी से सवाल पूछती हूं। उनकी आलोचना करती हूं। जबतक मोदीजी प्रधानमंत्री रहेंगे उनसे सवाल पूछती रहूंगी और उनकी आलोचना करती रहूंगी। मैं उनसे सवाल क्यों न करूं? सत्ता में हैं तो सवाल पूछूंगी। देश का मीडिया उनसे सवाल नही पूछेंगा तो क्या उनकी जवाबदेही खत्म हो जाएगी? मैं तो सवाल पूछूंगी कि पहलगाम में दो हजार पर्यटकों के लिए सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था थी। आतंकी घटना में घायलों को एम्बुलेंस की व्यवस्था क्यों नही मिली। चापलूसी आप कीजिए। मैं तो सवाल पूछूंगी।
उन्होंने पूछा कि बिना रेड कारपेट बिछाये हमले में मारे गये लोगों को श्रद्वांजलि नही दी जा सकती थी। मैं आईटी सेल के फर्जी प्रोपेगंडा से डरनेवाली नही है। मैं पूछ रही हूं कि पाकिस्तान के खिलाफ दहाड़ने के पीएम को बिहार आने की क्या जरूरत थी। अपने देश की सरकार से सवाल पूछने का अधिकार मुझे अपने ही संविधान से मिला है। मैं पूछूंगी कि आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्रीजी बिहार में रैली क्यों सम्बोधित कर रहे थे। बिहार का चुनाव बिहार के मुद्दे पर ही होना चाहिए। नही हुआ तो बेरोजगारी और पेपर लीक जैसे मुद्दे को किनारे कर दिया जाएगा। मेरे सवालों से दिक्कत हो तो बताइए मैं कहा गलत हूं। मेरा देश प्रेम मुझे देश से सवाल करना सिखाता है। चापलूसी करना नहीं। आईटी सेल मुझे देशद्रोही लिख रहा है, लेकिन उन्हें यह जान लेना चाहिए कि पार्टी सरकार नही, सरकार देश नही और प्रधानमंत्री भगवान नही हैं।
मेरे खानदान के 14 लोगों ने दी है देश के लिए शहादत
गद्दार कहे जाने पर नेहा ने करारा जवाब दिया-कहाकि मेरा अपना सगा भाई अभी भी छत्तीसगढ़ के जंगलों में नक्सलियों से लड़ रहा है। चाहे थल सेना हो या वायु सेना मेरे भाई आज भी देश की सेनाओं पर हैं। मैं ख़ुद सरकार की आंखों में आंख डालकर देशहित में सवाल पूछती हूं। लेकिन आज भाजपा का आईटी सेल और गोदी मीडिया के बिके हुए पत्रकार मेरे ख़लिफ़ देशद्रोही का ट्रेंड चला रहे हैं। वे लोग जिन्होंने देश को धर्म के नाम पर बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ी, वो देशद्रोही और देशभक्त का सर्टिफिकेट बाँट रहे हैं। मैंने आज तक कभी नहीं बताया और कहना ज़रूरी नहीं समझा। लेकिन आज जब बात मेरी देशभक्ति पर आ गई है तो जान लीजिये।
मेरे परिवार और खानदान के कुल मिलाकर 14 लोग भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों में अपनी जान दांव पर लगा चुके हैं। मेरे अपने सगे चारों मामा आर्मी में अधिकारी रहे हैं। जिनमें से दो लोग कारगिल की जंग लड़ चुके हैं और ये दो-दो रुपये के ट्रोल आईटी सेल वाले मुझे देशद्रोही कह रहे हैं? इनकी हिम्मत कैसे हुई? अरे है औकात तो जाकर उससे सवाल पूछो जिसने देश को दस साल पहले आतंकवाद से मुक्त करने की बातें कही थीं। कहां गई छप्पन इंच की छाती? मुझे देशद्रोही कहेंगे ये बिके हुए लोग? कितने नेताओं के अपने बच्चे फौज में हैं? बताओ गिन के। पूरी भाजपा के जितने नेताओं के बच्चे फौज में होंगे, उससे ज्यादा तो मेरे अपने रिश्तेदार और परिवार के लोग सेना में जान दांव पर लगा चुके हैं।
गद्दार है देश की मेनस्ट्रीम मीडिया
उन्होंने कहाकि मैं कहूंगी कि आज मेनस्ट्रीम मीडिया देश का गद्दार है। क्योंकि उसने कभी सरकार से सवाल नहीं पूछा और सरकार को मनमानी करने दी। वो पूछें या न पूछें। मैं बार-बार पूछूंगी कि पहलगाम में दो हजार सैलानियों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं थी? कौन जिम्मेदार है इसका? आतंकी हमले के बाद बिहार में रैली करना इतना जरूरी था? भाजपा का आईटी सेल देश का गद्दार है, क्योंकि उसने देश को हिंदू-मुसलमान में बांटने की कोशिश की।
देशभक्ति का सर्टिफिकट आजकल भाजपा का आईटी सेल बांट रहा है क्या?
ट्रोल आर्मी के एक सवाल के जवाब में नेहा राठौर ने कहाकि भारत में आजकल देशभक्ति का सर्टिफिकेट बीजेपी का आईटी सेल बांट रहा है क्या? जितनी अफ़वाह फैलाना है फैलाओ। मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगी। लोकतंत्र में सरकार से सवाल पूछना नागरिक का धर्म है। मैं अपने धर्म से नहीं हटने वाली। बताओ..पर्यटकों के लिए सुरक्षा प्रबंध क्यों नहीं थे? आज भाजपा का आईटी सेल और गोदी मीडिया के बिके हुए पत्रकार मेरे ख़लिफ़ देशद्रोही का ट्रेंड चला रहे हैं।
दो दिन पहले भी नेहा आई थीं ट्रोल आर्मी के निशाने पर
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से देश गुस्से में है और लोग हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हालांकि, दूसरा वर्ग घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है। जबकि भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम हमले को सरकार की चूक माना है। इस प्रतिक्रिया को लेकर दो दिन पहले भी नेहा रौठौर पर ट्रोल आर्मी ने हमला किया था। नेहा ने वीडियों में कहा कि सरकार इस मुद्दे को बिहार चुनाव में इस्तेमाल करेगी। इस वीडियो को पाकिस्तान में शेयर किया जा रहा है। नेहा राठौर के इस वीडियो को पीटीआई प्रमोशन नाम के एक्स हैंडल से शेयर किया गया है।
इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “इस भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले के पीछे की सच्चाई और कारण का खुलासा करते हुए कहा कि मोदी सरकार इस हमले का इस्तेमाल बिहार चुनाव में वोट हासिल करने के लिए करेगी। वायरल हो रहे इस वीडियो में नेहा सिंह राठौर कहती हैं-एक फोन कॉल से दूसरे देशों में युद्ध रुकवाने वाले अपने देश में आतंकवादी हमला नहीं रोक पाए? अंधभक्त कह रहे हैं कि ऐसी बातों पर राजनीति और सवाल नहीं करो तो किस बात पर सवाल करूं? शिक्षा और स्वास्थ्य पर, जिसे सवाल ही नहीं समझ आता? बेरोजगारी पर? देश की राजनीति ही हिंदू-मुस्लिम पर चल रही है। आतंकवादी हमले में देश के लोग मारे जा रहे हैं तो सवाल किस मुद्दे पर करूं? नेहा सिंह राठौर ने कहाकि नरेंद्र मोदी की सरकार में आतंकवादी हमले हो गए तो सवाल क्या जिन्ना और नेहरू जी से पूछा जाएगा? नागरिकों की मौत और आतंकवादी हमले पर क्यों नहीं सवाल पूछा जाना चाहिए? अब दो चार दिनों की बात है, फिर रोते हुए बिहार चुनाव की नींव डाली जाएगी और अंधभक्त इसके रील्स शेयर करेंगे।