Delhi blast के आतंकी डॉ. उमर का पुलवामा वाले घर को सुरक्षा एजेंसियों ने IED से उड़ाया
आतंकवाद के खिलाफ कड़े एक्शन के तहत सुरक्षा एजेंसियों ने की कार्रवाई, पूरा इलाका घेर लिया गया था
अक्सर गुमशुम रहता था उमर, पांच वक्त का था नमाजी, घर में ही पढ़ता था नमाज
फरीदाबाद में अल फलाह यूनिवर्सिटी में के असिस्टेंट प्रोफेसर की घिनौनी करतूत
नई दिल्ली। लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में शामिल आतंकी डॉ. उमर उन नबी के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की। शुक्रवार को सुरक्षा एजेंसियों ने डॉ. उमर के घर को आईईडी से उड़ा दिया। आतंकवाद के खिलाफ लिए जा रहे एक्शन के तहत सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई की। कार्रवाई इतनी सटीक थी कि आस-पास के घरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ चल रही मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए की गई है। सुरक्षा बलों ने इस पूरी प्रक्रिया को नियंत्रित तरीके से अंजाम दिया। पूरे इलाके को पहले ही घेर लिया गया था।
उसके गांव के लोगों ने उसकी हरकतों के बारे में बताया कि उमर अक्सर गुमसुम रहता था। जरूरत पर ही घर से बाहर जाता था। कई लोग तो उसका नाम तक नहीं जानते और वह घर पर ही पांच वक्त की नमाज पढ़ता था। लोगों से कम बात करता था। उमर का घर संकरी गलियों में है। लेकिन दिल्ली बम धमाके में उसका नाम आने से लोग आश्चर्यचकित हैं। सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में शामिल कार की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बीच एचआर नंबर की आई-20 गाड़ी के साथ वायरल फोटो में संबूरा पुलवामा के आमिर रशीद मीर को लेकर यह बात सामने आई थी कि यह गाड़ी उसकी है। हालांकि परिवार के अनुसार फोटो में आमिर के साथ देखी जा रही गाड़ी उसकी नहीं है। आमिर पेशे से प्लम्बर है। जिस उमर का इस आतंकी घटना में नाम सामने आया वह घर का अकेला कमाने वाला था। वह अकेले रहना ज्यादा पसंद करता था।
बता दें कि डॉ. उमर ने श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमडी की थी। जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट था और कुछ समय पहले नौकरी छोड़कर बाहर चला गया था। वर्तमान में फरीदाबाद में अल फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था। उसके पिता गुलाम नबी भट ने बताया कि दो माह पहले ही उमर की श्रीनगर में मंगनी हुई थी। आपको बता दें कि दिल्ली धमाके के बाद उमर का एक पैर का पंजा ही मिला और इंजन के पुर्जों में चिपके मांस के टुकड़े ही मिले थे। शरीर का बाकी हिस्सा विस्फोट में उड़ गया। पैर का पंजा आगे के टायर की व्हील के नीचे मिला था। पंजे और इंजन के पुर्जों से चिपके मिले मांस के टुकड़ों की डीएनए जांच से पता लगा कि मरने वाला उमर नबी ही था।