दिल्ली धमाके का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद ! पुलवामा से जुड़े तार
पुलवामा में भी हुआ था वाहन इस्तेमाल, दिल्ली में भी उसी तरह के वाहन में हुआ धमाका
पुलवामा निवासी कार मालिक तारिक गिरफ्तार, उसी ने दी थी उमर मोहम्मद को धमाके में इस्तेमाल कार
वाराणसी, भदैनी मिरर। देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने की घटना में आतंकी कनेक्शन सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ भरे इलाके में कार में हुए भीषण धमाके से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए। धमाके से कई गाड़ियों के परखचे उड़ गये और कई खाक हो गईं। घटना की पीछे आतंकी घटना मानी जा रही है और इसके तार पुलवामा आतंकी घटना से जुड़े हैं। क्योंकि धमाके में इस्तेमाल हुंडई कार पुलवामा के तारिक ने ही जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी डाक्टर उमर मोहम्मद को दी थी।
बता दें कि दिल्ली धमाका इतना शक्तिशाली था कि उसकी चपेट में आए लोगों के शरीर के हिस्से काफी दूर तक जाकर गिरे। धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई। इस बीच, अमेरिका ने धमाके की जांच में मदद की पेशकश की है। अब इस घटना के तार पुलवामा में हुए आतंकी घटना से जुड़े हैं। जिस कार में यह धमाका हुआ, उसे लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कार के तार पुलवामा से जुड़े हैं। जिस कार एचआर-26-सीई 7674 से धमाका हुआ, उसका रजिस्ट्रेशन गुरुग्राम, हरियाणा निवासी सलमान के नाम है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। सलमान ने बताया कि उसने कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। फिर देवेंद्र ने उसे अंबाला में तीसरे व्यक्ति को बेच दिया। वहां से वह कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। गौरतलब है कि पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही। धमाके वाली कार एक साल में सात बार बेची जा चुकी थी। यह धमाका सुनियोजित आतंकी साजिश का नतीजा था।
पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया, धमाका धीमी गति से चल रही कार में शाम करीब 6.52 बजे हुआ। कार में तीन लोग सवार थे। इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। एनएसजी, एनआईए, एफएसएल, दिल्ली पुलिस, खुफिया ब्यूरो की टीमें जांच में जुटी हैं। दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया, आग में छह कारें, दो ई-रिक्शा व एक ऑटोरिक्शा जलकर खाक हो गईं। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फॉरेंसिक टीमों ने मौके से धातु के टुकड़े, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट के अवशेष और जलने के निशान इकट्ठे किए हैं। शुरुआती विश्लेषण के मुताबिक, धमाके में इस्तेमाल डिवाइस साधारण नहीं था। इसमें किसी उच्च प्रदर्शन वाले विस्फोटक मिश्रण और सटीक ट्रिगर सिस्टम के उपयोग की आशंका है। पता चला है कि किसी भी घायल या हताहत के शरीर में धातु के छरें नहीं मिले हैं। न ही शरीर में कोई चीज घुसी है। बम धमाके में आम तौर पर ऐसा नहीं होता है।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया है। इसकी पुष्टि की जा रही है। सूत्रों के अनुसार उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी कार मालिक तारिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। तारिक ने ही उमर मोहम्मद को धमाके में इस्तेमाल हुंडई कार दी थी। आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा रहे अपने साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद उमर मोहम्मद ने कथित तौर पर इस डर से इस आतंकी हमले को अंजाम दिया कि वह भी पकड़ा जा सकता है। हालांकि इसी जांच की कड़ी में दिल्ली पुलिस ने तड़के पहाड़गंज के एक होटल से चार लोगों को उठाया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस डॉक्टर मोहम्मद उमर की तलाश कर रही है। साथ ही धमाके में शामिल रहे उसके साथियां की तलाश की जा रही है।
आपको बता दें कि धमाके की गूंज से दिल्ली सहम गई है। धमाके की आवाज से चार किलोमीटर दूर तक लोग दहशत में आ गए। धमाके बाद घटनास्थल का मंजर बेहद भयावह था। धमाका इतना जबरदस्त था कि कुछ देर के लिए लोगों के कान बंद हो गए। कई इलाकों में भूकंप या गैस विस्फोट समझकर लोग घरों और दुकानों से बाहर आ गए। दिल्ली में हुए धमाके में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। फरीदाबाद के सेक्टर 37 में रॉयल कार जोन के कार डीलर सोनू का ऑफिस है। इसने ओएलएक्स पर कार सेल के लिए विज्ञापन पोस्ट किया था। इसके बाद कार बिकी। फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि सोनू को पकड़कर दिल्ली स्पेशल सेल के हवाले कर दिया गया है। धमाके में इस्तेमाल आई20 कार फरीदाबाद के डीलर से चार दिन पहले ही खरीदी गई थी। डीलर को दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गई है।