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दिल्ली और पुलवामा धमाके का कनेक्शन : दोनों जगह 7 बार बेचे गये वाहन, उन्हीं का हुआ इस्तेमाल

पुलवामा के तारिक के नाम और दस्तावेज से सिमकार्ड लेकर इस्तेमाल कर रहा था डाक्टर उमर मोहम्मद

 

सुरक्षा एजेंसियों को गुमराह करने के लिए हो रहा पुरानी गाड़ियों का इस्तेमाल 

नई दिल्ली। delhi blast (दिल्ली धमाके) और पुलवामा में आतंकी हमले के तार जुड़ते नजर आ रहे हैं। आतंकियों ने सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए वहां भी जिस वाहन का इस्तेमाल किया वह सात बार बेची गई थी और दिल्ली धमाके में इस्तेमाल कार भी सात बार बेची गई थी। दिल्ली धमाकेवाली कार का डाक्टर उमर मोहम्मद इस्तेमाल करता था। उसने पुलवामा के तारिक के नाम और दस्तावेज से एक सिमकार्ड भी लिया था। इसका इस्तेमाल वह कई महीनों से कर रहा था। उमर पेशे से डॉक्टर है और उसने फरीदाबाद की अल.फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। वह सीनियर रेजिडेंट था।

जम्मू.कश्मीर इंटेलिजेंस ने तारिक से पूछताछ के दौरान यह पुष्टि कर ली है कि कार का इस्तेमाल डॉ. उमर मोहम्मद ही कर रहा था। यह भी पता चला है कि कार भ्ज्ञी वही चला रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि आतंकी संगठनों द्वारा पुरानी गाड़ियों का इस्तेमाल पहचान छिपाने और सुरक्षा एजेंसियों को गुमराह करने के लिए लगातार किया जा रहा है।

आपको याद दिला दें कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर पर हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा हमले में इस्तेमाल वाहन 7 बार बेची गई थी। सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए जलील अहमद से सज्जाद भट तक पहुंचाने के लिए गाड़ी को 7 लोगों के हाथों में बेचा गया। पुलवामा और दिल्ली धमाकों में जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आया। पुलवामा में मारूति ईको गाड़ी और दिल्ली में आई-20 का इस्तेमाल हुआ।