CJI पर जूता फेंकने की कोशिश मामले में वकील राकेश किशोर पर होगी अवमानना की कार्रवाई
मुकदमा चलाने की मांगी गई थी अनुमति, अटॉर्नी जनरल ने दी अपनी सहमति
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने मांगी थी मुकदमा चलाने की अनुमति
नई दिल्ली। CJI बीआर गवई पर पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अब अवमानना की कार्रवाई होगी। इस मामले में अटॉर्नी जनरल ने अपनी सहमति दे दी है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ एडवोकेट विकास सिंह ने राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना का मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी। विकास सिंह ने कहा कि जूता फेंकने की घटना को नज़रअंदाज़ नहीं की जा सकता है। क्योंकि वकील राकेश किशोर को इसका कोई पछतावा नहीं है। अब इस घटना के बाद सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले एडवोकेट की मुश्किल बढ़ सकती है।
देश के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने आरोपित अधिवक्ता राकेश किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी। एडवोकेट राकेश किशोर ने पिछले हफ्ते कोर्ट रूम में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी। इसको लेकर देशभर में हंगामा मच गया। इसको लेकर अधिकतर लोग इस घटना के खिलाफ हैं, जबकि कतिपय कट्टरपंथी वकील के समर्थन में बयानबाजी करते रहे।
मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के लिए बेहतर होगा कि वह समय बर्बाद करने के बजाय मामलों की सुनवाई के अपने काम पर ध्यान केंद्रित करे। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ एडवोकेट विकास सिंह और देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने संयुक्त रूप से दूसरे सीनियर जज जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख किया और आपराधिक अवमानना मामले को सूचीबद्ध करने की मांग की। विकास सिंह ने कहा कि मैंने अटॉर्नी जनरल की सहमति ले ली है और सुनवाई की मांग कर रहा हूं। सॉलिसिटर जनरल मेहता ने कहा कि विद्वान अटॉर्नी जनरल ने सहमति दे दी है।
कहा कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अवमानना का मामला अपने हाथ में लें। क्योंकि संवैधानिक निष्ठा सवालों के घेरे में है। विकास सिंह ने कहाकि जिस तरह से कुछ लोग इस घटना को सही ठहराने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह चिंता का विषय है। एसजी ने कहा कि तुषार मेहता ने कहा कि यह संस्थागत अखंडता का मामला है। विकास सिंह ने यह भी कहाकि राकेश किशोर ने अपने कृत्य पर कोई खेद व्यक्त नहीं किया है। वह अपने कृत्य का महिमामंडन करते हुए बयान जारी कर रहा है।