Big Breaking: चांदी ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, पहली बार ₹2 लाख के पार; सोना भी पहुंचा ऑल-टाइम हाई
MCX पर चांदी ₹2 लाख से ऊपर और सोना ₹1.34 लाख प्रति 10 ग्राम के करीब; फेड की दर कटौती के बाद लगातार दूसरे दिन बाजार में जबरदस्त तेजी।
नई दिल्ली। कीमती धातुओं के बाजार में तेजी का तूफान जारी है। शुक्रवार को MCX पर चांदी ने इतिहास रच दिया और पहली बार ₹2 लाख प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई। वहीं सोना भी लगातार उछाल के साथ ₹1.34 लाख प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेज बढ़ोतरी का सीधा असर अब भारतीय बाजारों में दिख रहा है।
MCX पर सोना ऑल-टाइम हाई पर
MCX पर फरवरी 2026 एक्सपायरी वाला गोल्ड शुक्रवार दोपहर 1.06% की बढ़त के साथ ₹1,33,868 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
- ट्रेडिंग के दौरान हाई: ₹1,33,967
- लो लेवल: ₹1,32,275
- पिछला क्लोज: ₹1,32,469
गुरुवार की तुलना में सोने में लगभग ₹1,399 की तेजी दर्ज की गई। पिछले एक महीने में गोल्ड ₹7,207 महंगा हो चुका है।
चांदी ने तोड़ा अपना पूरा इतिहास -₹2 लाख के पार
मार्च 2026 एक्सपायरी वाली चांदी MCX पर ₹1,308 उछली और पहली बार ₹2,00,250 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
- हाई लेवल: ₹2,00,362
- लो लेवल: ₹1,96,956
- पिछला क्लोज: ₹1,98,942
इस तरह चांदी ने सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
IBJA पर भी सोना-चांदी की जबरदस्त तेजी
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA)** के सुबह 11 बजे जारी रेट्स के अनुसार:
सोना (24 कैरेट)
- कीमत: ₹1,30,569 प्रति 10 ग्राम
- पिछले दिन से बढ़ोतरी: ₹2,034
- एक महीने में तेजी: ₹7,207
चांदी
- कीमत: ₹1,92,781 प्रति किलोग्राम
- पिछले दिन से उछाल: ₹5,793
- एक महीने में तेजी: ₹36,076
12 नवंबर 2025 को चांदी ₹1,56,705 पर थी, यानी सिर्फ एक महीने में शानदार तेजी दर्ज हुई है।
2026 में चांदी ₹2.50 लाख तक? विशेषज्ञों का अनुमान
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी रिसर्च हेड नवीन दमाणी के मुताबिक:
- वैश्विक सप्लाई डेफिसिट बढ़ रहा है, इसलिए चांदी की तेजी लंबे समय तक जारी रह सकती है।
- 2026 की पहली तिमाही: ₹2 लाख – ₹2.40 लाख
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 75 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।
वहीं प्रोइंटेलिट्रेड सर्विसेज का दावा है कि 2026 में चांदी ₹2.50 लाख प्रति किलो के आंकड़े को भी छू सकती है।
क्यों बढ़ रहे हैं Gold–Silver के दाम?
- फेडरल रिज़र्व ने ब्याज दरें घटाईं
- डॉलर इंडेक्स कमजोर
- सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव बढ़ा
- ETF हाउसों की खरीद बढ़ी
- सप्लाई में कमी और मांग में उछाल