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50% Tariff Shock: मैक्सिको के फैसले से खतरे में भारत का ₹52,000 करोड़ से ज्यादा का निर्यात, बातचीत शुरू

1 जनवरी 2026 से लागू होगा 50% टैरिफ; भारत-चीन समेत एशियाई देशों पर असर, ऑटो और फार्मा सेक्टर चिंतित
 

 

नई दिल्ली। मैक्सिको द्वारा भारत समेत कई एशियाई देशों पर 50 फीसदी तक आयात शुल्क (Tariff) बढ़ाने के फैसले ने भारतीय निर्यातकों और केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। यह हाई टैरिफ 1 जनवरी 2026 से लागू होने वाला है, जिससे भारत के ₹52,000 करोड़ से अधिक के निर्यात पर सीधा असर पड़ सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने इस एकतरफा फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है और मैक्सिको सरकार के साथ कूटनीतिक व व्यापारिक बातचीत शुरू कर दी है।

 1 जनवरी से लागू होगा 50% टैरिफ

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्सिको ने हाल ही में कई उत्पादों पर आयात शुल्क में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह फैसला उन देशों पर लागू होगा, जिनका मैक्सिको के साथ मुक्त व्यापार समझौता (FTA) नहीं है।
इस सूची में भारत, चीन, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देश शामिल हैं।

मैक्सिकन कांग्रेस के दोनों सदनों ने 11 दिसंबर 2025 को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जो अब 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगा।


भारत ने जताई कड़ी आपत्ति

भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह अपने भारतीय निर्यातकों के हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक विकल्प खुले रखेगी। अधिकारियों का कहना है कि बिना पूर्व परामर्श के MFN (Most Favoured Nation) टैरिफ बढ़ाना बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली और सहयोगात्मक आर्थिक संबंधों की भावना के विपरीत है।


 भारतीय निर्यातकों में चिंता

मैक्सिको के इस फैसले से खासतौर पर कई प्रमुख सेक्टर्स प्रभावित हो सकते हैं, जिनमें—

  • ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स
  • मशीनरी
  • इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स
  • ऑर्गेनिक केमिकल्स
  • फार्मास्यूटिकल्स
  • टेक्सटाइल और प्लास्टिक

शामिल हैं। इन सेक्टर्स से मैक्सिको को बड़ी मात्रा में भारतीय उत्पादों का निर्यात होता है।


भारत-मैक्सिको के बीच बातचीत जारी

एक सरकारी अधिकारी ने पुष्टि की है कि विधेयक के प्रारंभिक प्रस्ताव के बाद से ही भारत, मैक्सिको के साथ बातचीत कर रहा है। वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल और मैक्सिको के अर्थव्यवस्था उप मंत्री लुइस रोसेंडो के बीच उच्च स्तरीय बैठक भी हो चुकी है। आने वाले दिनों में आगे की बैठकों की संभावना जताई जा रही है।

 ₹52,000 करोड़ से ज्यादा के निर्यात पर संकट

India-Mexico Trade Data के अनुसार- वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का मैक्सिको को निर्यात: 5.75 अरब डॉलर (₹52,077 करोड़ से अधिक) का है।  वहीँ, मैक्सिको से भारत का आयात: 2.9 अरब डॉलर है। 
यदि 50% टैरिफ लागू होता है, तो भारत के व्यापार संतुलन और निर्यात वृद्धि पर बड़ा झटका लग सकता है।

मैक्सिको ने टैरिफ क्यों बढ़ाया

मैक्सिको सरकार का कहना है कि इस टैरिफ हाइक का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और व्यापार असंतुलन को कम करना है। इस फैसले के तहत लगभग 1,463 उत्पादों पर 5% से 50% तक आयात शुल्क लगाया जाएगा। हालांकि, प्रभावित वस्तुओं की आधिकारिक सूची अभी जारी नहीं की गई है।

(साभार-आजतक )